Banswara news: राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में 16 हजार 228 लोगों ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए पेंशन उठा रहे थे. इनमें से 16 हजार 141 ऐसे थे, जिनकी उम्र कम है, यानी पेंशन पात्रता के लिए तय उम्र नहीं थी. बावजूद इसके 2 से 5 साल तक गलत तरीके से पेंशन ले रहे थे. इसका खुलासा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से कराई जा रही जांच में हुआ है.


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 जांच में 87 पेंशनधारी ऐसे भी है, जो सरकारी कर्मचारी परिवार से है. विभाग ने 16 हजार 141 अपात्रों की पेंशन रोक दी है. अब इन सभी से रिकवरी की जाएगी.दरअसल, पेंशन योजना में बड़ी धांधली बरतने की शिकायतें सामने आ रही थी. विभाग के पास ऐसी शिकायतें आई कि पेंशन लाभ लेने वालों में एक लाख लाभार्थी ऐसे हैं,जो मूल रूप से राजस्थान के नहीं हैं.


 विभाग एसएसपी एप के जरिए पेंशनधारियों के दस्तावेजों के अलावा अन्य जरूरी जांच भी करवा रहा है,जिले में कुल 26,434 पेंशनधारी है,जिसमें 184149 का सत्यापन हो चुका है,यानी 70.71 फीसदी सत्यापन की प्रक्रिया हो चुकी है.


सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक हेमांगी निनामा ने बताया की हमने इस मामले की जांच कराई थी, जिस पर अबतक 70 प्रतिशत सत्यापन हुआ है,जिसमे बड़ी संख्या में कुछ लोगों की उम्र कम थी फिर पेंशन उठा रहे थे और कुछ ऐसे थे जिसके परिवार में सरकारी कर्मचारी थे, वो पेंशन ले रहे थे,इन सभी की पेंशन रोक दी है और अभी विभाग की ओर से जांच की जा रही है.


उम्र के हिसाब से पेंशनर


जिले में कुल 26,0434 पेंशनधारी है.ग्रामीण क्षेत्रों में 25,0048 पेंशनर्स हैं. इसमें 75 की उम्र से अधिक वाले पेंशनधारी 60,848 है.वहीं,75 से 99 उम्र वाले 15,167 पेंशनर हैं, तो वहीं 99 से ज्यादा उम्र वाले पेंशनधारियों की संख्या 270 हैं.


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