Banswara: राजस्थान के बांसवाड़ा शहर में धोखा देकर बैंक खाते से 5.37 लाख रुपए निकालने के आरोप में कोतवाली थाना पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर अक्षत कोठारी पुत्र अनिल कोठारी को गिरफ्तार किया है.


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अक्षत के खिलाफ भागाकोट कल्याण कालोनी निवासी देवी सिंह राजपूत ने शिकायत दर्ज कराई थी. अक्षत पर देव सिंह ने आरोप लगाया कि उनके अविवाहित भाई माही विभाग में हेल्पर पद से सेवानिवृत्त हुए थे, जिसकी 15 मई 2021 को मौत हो गई थी. उनके बैंक खाते में राशि जमा थी पर, नॉमिनी नहीं बनाने की वजह से वह कैश विड्रॉल नहीं कर पा रहे थे. इस पर उन्होंने अपने परिचित चिराग तेली को इसके बारे में बताया.


चिराग ने उसके दोस्त अक्षत से मिलाया. अक्षत ने बैंक खाते संबंधित सभी दस्तावेज लिए और 10 दिन के भीतर खाते से रुपए निकलवाने का भरोसा दिया. तय समय बाद भी बैंक खाते से रुपए नहीं मिले. इस पर अक्षत और चिराग से संपर्क किया तो दोनों टालमटोल करने लगे. दोनों पर संदेह हुआ तो देवीसिंह ने भाई का बैंक खाता चेक किया तो पता चला की आरोपी अक्षत व चिराग ने मृतक भाई के बैंक खाते का एटीएम और चेक बुक जारी करवा लिए. स्टेटमेंट चेक करवाया तो पता चला कि आरोपी ने 4.81 लाख रुपये विड्राल कर लिए हैं.


इस पूरे मामले में कोतवाली थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की. मामले में शहर निवासी अक्षत कोठारी पुत्र अनिल कोठारी को गिरफ्तार किया. आरोपी के खिलाफ बांसवाड़ा जिले के आनंदपुरी, खमेरा, कोतवाली थाने और उदयपुर के प्रतापनगर, कोटा, गुजरात के दाहोद में 17 मामले मारपीट, चैक अनादरण और धोखाधड़ी के दर्ज हैं.


Reporter- Ajay Ojha