Banswara: राजस्थान के बांसवाड़ा एसडीएम ने जिले के सबसे बड़े महात्मा गांधी चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान चिकित्सालय में कई खामियां मिली, जिस पर एसडीएम ने नाराजगी व्यक्त की. वहीं सभी कर्मचारियों और पीएमओ को सख्त निर्देश दिए हैं कि जितनी भी खामियां है वह जल्द से जल्द उसको दूर करें और मरीजों को सारी सुविधाएं उपलब्ध कराएं.


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राजस्थान के बांसवाड़ा एसडीएम प्रकाशचंद्र रेगर ने मंगलवार को महात्मा गांधी जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान अस्पताल की बहुत सी खामियां सामने आ गई, जिसे अस्पताल के जिम्मेदार छिपाने की कोशिश में थे. अस्पताल पहुंचे रेगर ने खामियों को नजदीक से जानने की कोशिश की. इसलिए वह वार्ड में बकायदे मरीजों से मिले. 


उनके रूबरू होकर उनकी समस्याएं पूछी. तभी सामने आया कि बच्चों के वार्ड में मरीज के बिस्तर को पांच दिन से नहीं बदला गया है. ऐसे ही मेल वार्ड में बहुत से कूलर और पंखें बंद मिले. लोगों के निज स्तर पंखा लगवाने की विवशता भी यहां दिखाई दी. इसके बाद एसडीएम रेगर ने पूरे स्टाफ को चेतावनी दी. यह तक कहते दिखे कि अब दूसरे रूप (देहाती टाइप कपड़ों) में आउंगा। वार्ड के जिम्मेदारों को व्यवस्था के साथ चलने की आदत डालनी होगी.


मेल, फिमेल और चाइल्ड वार्ड
एसडीएम रेगर के आने की सूचना पीएमओ डॉ. रवि उपाध्याय को मिल गई. इसके बाद पीएमओ को लेकर एसडीएम साथ में घूमे. पहले मेल वार्ड, फिर फिमेल और बाद में चाइल्ड वार्ड का दौरा किया. इस दौरान मेल वार्ड और चाइल्ड वार्ड में कूलर बंद पड़े थे.


अकास्मिक जांच का संदेश मिलने के बाद नर्सिंग और चतुर्थ श्रेणी स्टाफ वार्ड में कूलर पंखों की सुध लेने में जुट गया. बड़े-बड़े कूलर में पानी भरकर चलाए जाने लगे. एसडीएम रेगर ने स्पष्ट किया कि ये व्यवस्था केवल अभी की या आज की नहीं होनी चाहिए. बल्कि इस आदत में सुधार होना चाहिए वरना वह कभी भी दूसरे रूप में यहां आकर व्यवस्था देखेंगे. दूसरी बार की गलती किसी हाल में माफ नहीं होगी.


Reporter: Ajay Ojha


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