छी इंसान! बेजुबान नंदी की पीठ पर फंसी मिली कुल्हाड़ी, दर्द से भटकता रहा दर-दर
सामाजिक कार्यकर्ता सोनू पंकज ने बताया कि गांव में एक नंदी की पीठ पर गांव में कुल्हाड़ी फंसी हुई थी, जिसे सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर निकाला गया. वहीं, नंदी को नाहरगढ़ पशु चिकित्सालय ले जाकर इलाज कराया गया और गौशाला में छोड़ा गया.
Kishanganj: बारां के किशनगंज उपखंड क्षेत्र के सिमलोद ग्राम पंचायत क्षेत्र में एक नंदी की पीठ पर घाव में कुल्हाड़ी फंसी मिली, जिसे गांव के सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा पशु चिकित्सालय नाहरगढ़ में ले जाकर कुल्हाड़ी के वार से हुए घाव का इलाज करवाया गया और नंदी के गांव पर टांके लगाए गए.
सामाजिक कार्यकर्ता सोनू पंकज ने बताया कि गांव में एक नंदी की पीठ पर गांव में कुल्हाड़ी फंसी हुई थी, जिसे सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर निकाला गया. वहीं, नंदी को नाहरगढ़ पशु चिकित्सालय ले जाकर इलाज कराया गया और गौशाला में छोड़ा गया. सामाजिक कार्यकर्ता पंकज ने बताया कि गांव में स्थानीय गौशाला नहीं होने से गांव में नंदी और अन्य जानवर घूमते रहते हैं, ऐसे में किसी असामाजिक तत्वों द्वारा नंदी की पीठ पर कुल्हाड़ी से वार कर दिया गया है. ऐसे असामाजिक तत्व के खिलाफ प्रशासन द्वारा सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि दूसरे व्यक्तियों के लिए उदाहरण साबित हो.
यह भी पढे़ं- छबड़ा में खाद के लिए परेशान हो रहे किसान, 10 घंटे लाइन में खड़े होना पड़ा तो हुई मारपीट
पशु दर-दर की ठोकर खा रहे
किशनगंज क्षेत्र के सिमलोद ग्राम पंचायत का क्षेत्र में पर्याप्त वन भूमि और चारागाह भूमि बरसात के दौरान यह भूमि हरी-भरी आच्छादित होती थी, जिससे जानवर अपना पेट भरते थे, लेकिन अतिक्रमियों द्वारा वन भूमि और चारागाह भूमि पर अतिक्रमण कर लिए जाने के कारण गांव में पशुओं के चरने के लिए स्थान नहीं बचा है, ऐसे में गांव के पालतू पशु और आवारा पशु दर-दर की ठोकर खा रहे हैं.
Reporter- Ram Mehta
बारां की खबरों के लिए यहां क्लिक करें.