Baran News: बारां में पुलिस ने कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2023 की अंतिम चयन प्रक्रिया में एक अभ्यर्थी को फर्जीवाड़े के मामले में पकड़ा है. आरोपी ने वास्तविक आयु से 9 साल कम करने के लिए फर्जी जन्मतिथि के आधार पर 10वीं, 12वीं की परीक्षा पास की. हालांकि, वह फर्जी जन्मतिथि के आधार नौकरी लगने से पहले ही पकड़ में आ गया है. इस मामले में एसपी राजकुमार चौधरी ने बताया कि पुलिस लाइन बारां में कांस्टेबल भर्ती परीक्षा-2023 का अंतिम चरण चल रहा था. 

 

उन्होंने आगे कहा कि इसमें 15 अक्टूबर को एसओजी जयपुर से प्राप्त गोपनीय परिवाद में अंकित तथ्यों के आधार पर डॉक्यूमेंट सत्यापन के दौरान नीम का थाना जिले के गुरानपुरा निवासी अभ्यर्थी हंसराज सिंह उम्र 31, पुत्र बनवारी लाल जाट प्रथम दृष्टया देखने पर ही अपनी दर्शाई हुई आयु से अधिक उम्र का प्रतीत हो रहा था. अभ्यर्थी ने अपने दस्तावेज प्रस्तुत किए. इसमें अभ्यर्थी ने 10वीं कक्षा वर्ष 2021 में पास की. इसकी मार्कशीट के आधार पर जन्मतिथि 25 नवंबर 2002 एवं 12वीं कक्षा 2023 में उत्तीर्ण होना दस्तावेज के आधार पर पाया गया. 

 

साथ में अभ्यर्थी ने स्वयं की जन्मतिथि 25 नवंबर 2002 होना बताया. जन्मतिथि सत्यापन के लिए अभ्यर्थी ने स्वयं का आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और पैन कार्ड उपलब्ध कराया. इन दस्तावेजों की जांच करने पर प्रथम दृष्टया ड्राइविंग लाइसेंस व आधार कार्ड के दस्तावेजों में फोटो में भिन्नता पाई गई. ऐसे में आयु संबंधित संदेह होने पर अभ्यर्थी से उसकी जन्मतिथि को लेकर पूछताछ की तो उसने कोई संतोषप्रद जवाब नहीं दिया. इस पर अभ्यर्थी के पहने हुए कपड़े व बैग की तलाशी ली तो उसमें उसके पुराने दस्तावेज की फोटोकॉपी मिली. 

 

इसमें आधार कार्ड, दिल्ली पुलिस भर्ती आवेदन फार्म, ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस भारत सरकार में भर्ती के लिए किया गया आवेदन फॉर्म एवं बोर्ड की 10वीं की मार्कशीट मिली, जो अभ्यर्थी ने वर्ष 2009 में उत्तीर्ण की थी. चारों फोटोकॉपी के दस्तावेजों में उसकी जन्मतिथि 25 नवंबर 1993 अंकित है. अभ्यर्थी के पास उसके दो जन्मतिथि वाले दो प्रकार के दस्तावेज मिले हैं. यानी, अभ्यर्थी हंसराज सिंह ने सरकारी नौकरी पाने के लिए जन्म तिथि में फेरबदल कर फिर से 10वीं व 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की. 

वास्तविक जन्मतिथि छिपाकर गलत जन्मतिथि के दस्तावेज पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2023 में प्रस्तुत किए हैं. इस पर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बल शाखा प्रभारी अक्षय मालवीय ने कोतवाली थाने में अभ्यर्थी हंसराज सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी व कूटरचित दस्तावेज तैयार करने का मामला विभिन्न धाराओं में दर्ज कराया है. मामले की जांच सदर थाना सीआई छुट्टन लाल मीणा ने शुरू की है.

 

गिरफ्तार कर धोखाधड़ी के खेल में शामिल अन्य लोगों के संबंध में पूछताछ की जा रही है. इस प्रकार जन्म तिथि में फेरबदल कर फिर से परीक्षा देने का मामला सामने आने के बाद ऐसे अन्य मामले भी खुलने के आसार हैं. हंसराज ने अपनी वास्तविक जन्मतिथि के आधार पर सत्र 2009-10 में कक्षा 10वीं व सत्र 2011-12 में कक्षा 12वीं की परीक्षा पास कर सरकारी नौकरी के प्रयास किए थे. सरकारी नौकरी के लिए उम्र पूरी होते देख उसने अपनी जन्मतिथि 25.11.2002 करवाकर फिर से सत्र 2020-21 में कक्षा 10वीं व सत्र 2022-23 में 12वीं की परीक्षा पास की. जन्मतिथि में फेरबदल कर उसने कक्षा 10वी व 12वीं उत्तीर्ण की मार्कशीट से पुलिस कांस्टेबल भर्ती 2023 में आवेदन किया था और भर्ती के अंतिम चरण में डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन व स्वास्थ्य परीक्षण तक पहुंचा है.