Anta News: बारां जिले के अंता मे महाराणा प्रताप के नजदीकी कहलाने वाले गाड़िया लुहार एक बार फिर जनप्रतिनिधियों से मिले आश्वासन के शिकार हो गए अब इनकी व्यथा सुनने वाला कोई तैयार नहीं है.दशकों से कस्बे में डेरा जमाये दर्जनों गाड़िया लुहार जिन्हे नगर पालिका ने 6 माह पूर्व अंता सीसवाली सड़क चौड़ाईकरण को लेकर मुख्य मार्ग से उठा कर बरडिया में जा बैठाया.


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जहां पालिका द्वारा आश्वासन दिया गया कि इसी जगह उन्हें भूखंड आवंटित किये जायेंगे लेकिन भूखंड आवटित करना तो दूर जिस खेतिहर भूमि पर शिफ्ट किया गया वहा ग्रेवल तक नहीं डाली गईं जिसके कारण बारिश के मौसम मे इन परिवारों की झोपड़ियों मे घुटने तक पानी भर जाने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.


यहां पेयजल के अलावा अन्य सुविधाएं जुटाने की व्यवस्थाएं नहीं की गईं. ऐसे में ये परिवार अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहै है. दूसरी और राज्य सरकार सरकारी जमीनों पर बर्षों से कब्जा जमाये बैठे लोगों को नियमित कर पट्टा देने में नहीं हिचक रहे. वही दर्जनों गाड़िया लुहार वर्षों से यहां टुटा फूटा आसियाना बनाकर रह रहे है. उसके बावजूद उन्हें स्थायी आवास नसीब नहीं हो पाया है. ऐसे में लगता है सारे नियम कायदे अमीरों के लिए ही है. जरूरत मंदो को तो इसका लाभ अंशमात्र भी नहीं मिल पाता है.


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गाड़िया लुहारों का कहना है कि उन्हें रोड से हटाते समय 5 हजार मुआवजा तथा मकान बनाने के लिए एक लाख तीस हजार रूपये देने की बात अधिकारियों द्वारा कही गई थी लेकिन फूटी कौड़ी भी नहीं दी गई है .