Baran News:राजस्थान के बारां नगर परिषद की ओर से निर्माण ओर ग्रेवल आदि कार्यों के पूर्व में किए गए टेंडर निरस्त कर दुबारा टेंडर प्रक्रिया करने के मामले में भाजपाई पार्षदों ने हंगामा कर दिया. 


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नेता प्रतिपक्ष और भाजपा पार्षदों ने परिषद अधिकारियों पर कुछ चहेते ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने के लिए पुराने टेंडर निरस्त कर दुबारा टेंडर करवाने का आरोप लगाया है. वहीं परिषद अधिकारियों ने नेता प्रतिपक्ष और उसके साथी पार्षदों पर पूर्व में हुई टेंडर प्रक्रिया के दौरान धमकाते हुए ठेकेदारों को टेंडर नहीं डालने देने और टेंडर कार्य प्रभावित करने के आरोप लगाए है.



गौरतलब है कि हाल ही नगर परिषद की ओर से ग्रेवल डलवाने ओर कई अन्य कार्यों के लिए टेंडर लगाए गए थे. जो तीन जुलाई को खुलने थे. लेकिन नगर परिषद ने इन टेंडर को कैंसिल करते हुए दुबारा टेंडर लगाए गए है. इसको लेकर नेता प्रतिपक्ष दिलीप शाक्यवाल के नेतृत्व में भाजपा पार्षदों ओर कार्यकर्ताओं ने नगर परिषद कार्यालय पहुंचकर नाराजगी जताई. जहां पार्षदों व भाजपा कार्यकर्ताओं की परिषद टेंडर निरस्त करने की बात को लेकर आयुक्त, एक्सईएन से काफी देर तक नोंक झोंक हुई. 



नेता प्रतिपक्ष ओर पार्षदों ने परिषद अधिकारियों पर मिलीभगत कर टेंडर प्रक्रियाओं में अनियमितता करने के आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया. नेता प्रतिपक्ष दिलीप शाक्यवाल, पार्षद योगेश गौतम आदि का कहना है कि मानसून से पूर्व सड़कों की मरम्मत और ग्रेवल के कार्यों के लिए देरी हो चुकी है. 



नगर परिषद की ओर से टेंडर प्रकिया की गई थी. जो 3 जुलाई को खुलने थी. लेकिन परिषद अधिकारियों ने उनके चहेते ठेकेदारों की ओर से भाग नहीं ले पाने के कारण मनमानी करते हुए टेंडर निरस्त कर दिया. समय पर ग्रेवल के कार्य नहीं होने पर बारिश के सीजन वार्डों में लोगों को परेशानी झेलनी पड़ेगी. नाला सफाई के कार्यों में भी परिषद के अधिकारियों ने अनियमितताएं की गई है. इसके चलते शहर में शुरुआती बारिश में ही जलभराव की समस्या बन रही है.



इधर, आयुक्त सौरभ जिंदल ने बताया कि नगर परिषद की ओर से सड़क, नाली मरम्मत, ग्रेवल आदि कार्यों के टेंडर निकले गए थे. 3 जुलाई को दिलीप शाक्यवाल ओर उसके अन्य साथियों की ओर से टेंडर प्रक्रिया के दौरान नगर परिषद कार्यालय में बाबू की कुर्सी पर बैठकर सिर्फ अपने पक्ष वाले कुछ ही ठेकेदारों को ही टेंडर डलवाए, जबकि अन्य ठेकेदारों को टेंडर नहीं डालने दिए. 


इस बात का पता लगने पर एक्सईएन गए तो उनके साथ भी गाली गलौज करते हुए अभद्रता कर दी. इस पर निर्माण समिति की ओर से पुराने टेंडर निरस्त करने तथा नए टेंडर अंतरित करने की अनुसंशा की गई. जिस पर परिषद ने पारदर्शिता को देखते हुए इन सभी कार्यों के दुबारा से टेंडर प्रक्रिया शुरू की है. 


बारिश का सीजन को देखते हुए परिषद की ओर से शॉर्ट टर्म प्रक्रिया अपनाते हुए महज 7 दिन में टेंडर प्रकिया पूरी कर ली जाएगी. प्रक्रिया पूरी होने के बाद तुरंत काम भी शुरू करवाया जाएगा.


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