Baran News: बारां के मांगरोल में चंबल नहर की दांयी मुख्य नहर से निकलने वाली वितरिकाओं एवं माइनरों से जुड़े सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता कार्यालय के आवास एवं कार्यालय की भूमि को उपजिला अस्पताल के निर्माण के लिए आवंटित किए जाने के विरोध में चंबल परियोजना के सभापति सुनील गालव की अध्यक्षता में आंदोलन शुरू कर दिया गया है. 


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जिसकी अगुवाई में जल उपयोगिता संगम समितियां द्वारा क्रमिक अनशन की शुरुआत हो गई है. मांगरोल कमलदा और पीपल्दा समितियां के अध्यक्षों और सदस्यों सहित किसानों ने क्रमिक अनशन किया.


सभापति सुनील गालव का कहना है कि राजस्थान सरकार द्वारा उप जिला चिकित्सालय के लिए सिंचाई विभाग की जो भूमि कार्यालय और आवास की दी गई है. उसके एवज में विभाग को न तो कार्यालय के लिए जमीन उपलब्ध कराई गई नहीं आवास के लिए वर्तमान में कार्यालय के संचालन के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं की गई है, जिसके चलते स्थानीय किसानों और समितियां में भारी रोष व्याप्त है.


यदि मुख्य नहर में किसी भी प्रकार की कोई आपदा आने पर कार्यालय के कर्मचारियों द्वारा समुचित व्यवस्था नहीं होने से किसानों की कोई मदद नहीं हो पाएगी जिससे किसानों में भारी असंतोष और आक्रोश प्राप्त है.पूर्व पालिका अध्यक्ष अशोक जैन का कहना है कि किसानों की जीवनदायनी दांयी मुख्य नहर के कार्यालय को यहां से हटाने का जो षड्यंत्र सरकार द्वारा किया जा रहा है, 


उसको सफल नहीं होने दिया जाएगा.सहायक अभियंता कार्यालय की भूमि को बहाल रखकर उप जिला चिकित्सालय के लिए नहीं देने दिया जाएगा. इसके लिए अंतिम दम तक संघर्ष किया जाएगा.अनशन पर बैठने वालो मेँ दिनेश शर्मा,अखराज नागर,प्रेम शंकर मीणा,पृथ्वीराज,मदनमोहन मीणा सहित दर्जनों किसान उपस्थित थे.


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