Chhabra, Baran: बारां के छबड़ा क्षेत्र में एक दिन पहले कांग्रेसी नेताओं द्वारा गुगोर ब्रिज का शुभारंभ किए जाने को लेकर ग्रामीणों में रोष है. इसी के चलते सरपंच के नेतृत्व में घोड़ी पर बैठकर पहुंचे बीजासन माता व पार्वती की पूजा-अर्चना की. साथ ही विधिवत रूप से ब्रिज का लोकार्पण किया. इसके अलावा कांग्रेस नेताओं पर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का आरोप लगाया.


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गुगोर पंचायत के वार्ड पंच व ग्रामवासी जगदीश खारवाल, ओमप्रकाश जाटव व नंदकिशोर मीणा आदि ने बताया कि भाजपा सांसद दुष्यंतसिंह व विधायक प्रतापसिंह सिंघवी के अथक प्रयासों से वर्ष 2018 में ही ब्रिज निर्माण के लिए भूमि पूजन कर दिया गया था. परंतु, सत्ता में आने के साथ ही कांग्रेस ने पार्वती नदी की सीमा विवाद के चलते पुल निर्माण कार्य अटका दिया. 


आरोप है कि कांग्रेसी नेताओं द्वारा निर्माण कार्य नहीं अटकाया गया होता तो ग्रामीणों को दो साल पूर्व ही ब्रिज की सौगात मिल गई होती. वहीं कांग्रेस नेता करणसिंह राठौड़ ने झूठी वाह वाही लूटने के उद्देश्य से बिना प्रशासनिक अधिकारियों की सहमति से ब्रिज का शुभारंभ कर दिया. शुभारंभ के अवसर पर पंचायत के किसी भी ग्रामीण को आमंत्रित तक नहीं किया गया.


बड़ी संख्या में एकत्रित हुए ग्रामीणों द्वारा गुरूवार को सरपंच राजेंद्रसिंह खारोल के नेतृत्व में सर्वप्रथम बीजासन माता एवं पार्वती नदी की पूजा-अर्चना की गई. ग्रामीणों ने पूरे गांव में सरपंच को घोड़ी पर बैठाकर शोभायात्रा निकाली और ब्रिज पर पहुंचकर विधिवत रूप से ब्रिज का लोकार्पण किया. इस अवसर पर रामप्रसाद नागर मूंडला, हीरासिंह, गोविंद गालव, हरिसिंह, अर्जुन हरिजन, नितेश शर्मा, रामनिवास नागर, पूरणसिंह खारोल, कल्लू गालव आदि मौजूद रहे.


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