Chhabra: छीपाबड़ौद क्षेत्र में बाढ़ के हालात खराब हैं. रेस्क्यू कर लोगों को निकाला जा रहा सुरक्षित. बारां के छीपाबड़ौद क्षैत्र में दो दिन से हो रही जबरदस्त बरसात ने नया रिकॉर्ड कायम किया है. इस दौरान क्षैत्र में बहने वाली परवन नदी में आए तेज उफान ने छोटे खाळ नालों का पानी का बहाव रोक दिया, जिससे इनका पानी रास्ता बदल कर गांव खेतों में भर गया. लगातार हुई मूसलाधार के बाद समूचे इलाके में बाढ़ के हालात हो गए हैं. 


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गांवों का आपस में संपर्क कट गया है. नदी के समीप बसे पथरी, पीपलखेडी और टांकूडा गांव में पानी भरने से मकान आधे डूब गए. ऐसे में लोगों ने मकान की छतों पर बैठकर रात गुजारी और प्रशासन की मदद की बांट जोहते रहें. मंगलवार को एनडीआरएफ की टीम पंहुचने पर रेस्क्यू कर बोट की मदद से करीब चार दर्जन से अधिक महिला और बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला.


इस दौरान छीपाबड़ौद उपखंड अधिकारी भी मौजूद थे. उन्होंने बताया कि रात को बरसात अधिक होने से सभी रास्ते बंद हो गए. इधर, ल्हासी डेम का पानी छोड़े जाने के बाद छीपाबड़ौद वाला मार्ग भी बंद होने से राहत और बचाव दल अटके रहें. जिन्हें सुबह जेसीबी की मदद से रास्ते पार करवाकर इधर, लाया गया तब जाकर रेस्क्यू शुरू हुआ. यहां पर लोगों को सुरक्षित निकालने के बाद टीम टांकूडा गांव में फंसे लोगों की मदद के लिए भेजी गई. 


इधर, बाढ़ ने क्षैत्र के गांवों में भारी तबाही मचाई है. जनहानि नहीं हुई, लेकिन भारी धनहानि हुई है. घरों में पानी भरने से अनाज,चारा खराब हो गया. अन्य सामग्री खराब हो गई या पानी में बह गई. खेत दरिया बनकर सफाया हो गए हैं. ग्रामीणों को अब इंतजार है तो पानी उतरने का. साथ ही मंगलवार सुबह हल्की फुहारे जरूर गिरी, लेकिन तेज बरसात नहीं होने से लोगों ने राहत महसूस की. उसके मौसम खुलता नजर आया.


Reporter: Ram Mehta


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