Anta : राजस्थान के बारां जिले के अंता में बाढ़ से तबाह हुए नागदा बलदेवपुरा पेयजल प्लांट के चलते,  कस्बे समेत 42 गांवों में खड़ी हुई पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए अधिकारियों की तरफ से वैकल्पिक व्यवस्था की जा रहा है, इसके लिए बरडिया में स्थित प्लांट से कस्बे में पानी की सप्लाई शुरू करने को लेकर तीन निजी टयूबवेलों को अधिग्रहण किया गया है.


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इन 3 ट्यूबवेल पाइप लाइने जोड़ कर बरडिया के प्लांट से पानी की सप्लाई होगी. पहले अंता कस्बे में 29 लाख लीटर पानी की सप्लाई होती थी, लेकिन फिलहाल वैकल्पिक व्यवस्था के चलते 10 लाख लीटर पानी की सप्लाई हो सकती है. ऐसे मे कस्बे के लोगो को कुछ हद तक राहत मिलती हुई दिखाई देने लगी है. कस्बे में पानी की सप्लाई होने मे तीन चार दिन लग सकते है.


अंता कस्बे में पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था को लेकर जलदाय विभाग के एडिशनल चीफ महेश जांगिड़ , प्रोजेक्ट एस ई दीपक झा सहित कई अधिकारियों की तरफ से  नागदा बलदेवपुरा प्लांट पंहुचकर फिलहाल वैकल्पिक व्यवस्था का निर्णय लिया गया है. वही दूसरी तरफ नागदा बलदेवपुरा प्लांट चालू नहीं होने तक 42 गांवो के लोगों के सामने लम्बे समय के लिए पेयजल की समस्या खड़ी हो गईं है.


आपको बता दें की काली सिंध नदी में आए उफान से 2017 में शुरू हुई नागदा बलदेवपुरा पेयजल योजना का 57 करोड़ का प्रोजेक्ट तहस नहस हो गया है. ऐसे मे कस्बे सहित 42 गांवो के लोगों के सामने पेयजल का खतरा मंडराने लगा है.


काली सिंध नदी के उफान के कारण लगभग आधा किलोमीटर की इंटेकवाल पूरी तरह से नष्ट हो गईं, वाटर पम्प से फ़िल्टर प्लांट तक डाली गईं पाइप लाइन टूट कर पानी में बह जाने से पीने के पानी की सप्लाई बंद हो गईं, वही फ़िल्टर प्लांट पानी से जलमग्न हो जाने से प्लांट मे मौजूद मशीनरी खराब हो चुकी है.


नागदा बलदेवपुरा प्लांट काली सिंध नदी के नजदीक बना होने के कारण ये पानी से जलमग्न हो गया था. जिससे पानी को फिल्टर करने के उपकरण समेत कई अन्य सामान शतिग्रस्त हो गए है. फिलहाल काली सिंध नदी का पानी तो उतर गया लेकिन बर्बादी की तस्वीर पीछे छोड़ गया है. 


रिपोर्टर- राम मेहता


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