Kishanganj: बारां जिले में पिछलें चार दिनों से हो रही बारिश के चलते नदियां तेज ऊफान पर चल रही है. ऐसे में पार्वती नदी में बजरी का खनन करने गए चार मजदूर नदी में ऊफान आ जाने के कारण टापू पर फंस गए, जिन्हें 3 दिन बाद रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला गया. 


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किशनगंज क्षेत्र के कागला बम्बोरी गांव स्थित पार्वती नदी में टापू पर तीन दिनों से फंसे चार युवकों को एसडीआरएफ और एनडीआरएफ टीम के जवानों ने रेस्क्यू करके सुरक्षित निकाला. युवक तीन दिन पहले नदी में बजरी खनन करने गए थे और तेज बहाव आने के कारण वहीं फंस गए. 


किशनगंज सीआई चंद्रप्रकाश जवाली ने बताया कि ग्रामीणों ने कागला बंबोरी गांव के समीप पार्वती नदी के टापू पर चार युवकों के फंसे होने की सूचना दी थी, जिस पर मोके पहुंचकर एसडीआरएफ और एनडीआरएफ को सूचना दी. टीमों ने वहां पहुंचकर शनिवार को रेस्क्यू शुरू किया. 


एसडीआरएफ के टीम कमांडर मोरपाल मीणा ने बताया कि नदी में तेज बहाव होने के कारण बोट नहीं डाल पा रहे थे. टापू और किनारे के बीच कई चट्टान होने से बोट के टकराने का डर बना हुआ था. बाद में कड़ी मशक्कत के बाद टीम के जवानों ने पहुंचकर युवकों को शनिवार शाम को सुरक्षित निकाला. 


सूचना के बाद शनिवार को पुलिस अधीक्षक कल्याणमल मीना, एएसपी जिनेंद्र जैन और किशनगंज एसडीएम गोरव मित्तल भी मौके पर मौजूद रहकर रेस्क्यू के दौरान दिशा निर्देश देते रहे और सभी का सुरक्षित रेस्क्यू कराया गया. 


टापू पर फंसे युवकों ने बताया कि पार्वती नदी में बजरी खनन करने गए दीगोद जागीर के युवक सोनू सहरिया, सुरेंद्र सहरिया, पप्पू सहरिया और नीलमकमल सहरिया ने बताया कि एक दिन तो नदी से मछलियां पकड़कर काम चलाया. वहीं, नदी का पानी पीया और दूसरे दिन मछलियां भी नहीं मिली और भूखे प्यासें ही रहना पड़ा. 


Reporter- Ram Mehta 


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