Baran News: कूनो नेशनल पार्क से सटे शाहाबाद के जंगल में दावानल, वनस्पति और वन्यजीवन को नुकसान
Baran News: मध्यप्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान से सटे राजस्थान के शाहाबाद वन क्षेत्र में तीन दिनों लगी आग पर अभी तक काबू नहीं पाया जा सका. जंगल के अलग-अलग इलाकों में सैकड़ों हैक्टेयर तक आग फैल गई. आग से जमीन पर अंडे देने वाले पक्षियों ओर जमीन पर रेंगने वाले वन्यजीव को काफी नुकसान हुआ है.
पहाड़ी क्षेत्र में आग लगी होने से दमकल नहीं पहुंच रही
आग बारां जिले के शाहाबाद उपखंड में राजपुर, तेलनी माता और हीराखोह के जंगल में लगी हुई है. यहां से मध्यप्रदेश की सीमा दो किमी दूर है. सूचना पर मौके पर पहुंचे जिला कलक्टर रोहिताश्व ङ्क्षसह तोमर व पुलिस अधीक्षक राजकुमार चौधरी समेत अन्य पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने मौका मुआयना किया तथा वन विभाग की टीमों से जानकारी ली. पठारी व पहाड़ी क्षेत्र में आग लगी होने से दमकल नहीं पहुंच रही है. इससे वन विभाग के कर्मचारी खांखरा ओर पलाश की टहनियों से हाथ से आग बुझाने का जतन कर रहे है.
आग बुझाने का सिलसिला रात दिन चल रहा
आग से हरिण समेत बड़े पशु व जानवर तो आग की तपन से भाग जाते है, लेकिन धरती की सतह पर आग लगने से जमीन पर अंडे देने वाले मोर, सांप, टिटहरी, तीतर, बटेर, सेंड आदि को नुकसान है. मधुमक्खियों और उनके छत्तों को भी नुकसान हुआ है. समस्या यह थी कि एक जगह आग बुझाते तो दूसरी तरफ धुआं नजर आता. आग बुझाने का सिलसिला रात दिन चल रहा. वहीं, कूनो नेशनल पार्क से जंगल सटा होने के चलते जिलेभर के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए. सूचना मिलते ही जिला वन संरक्षक अधिकारी अनिल यादव वन विभाग के जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे. इसके बाद शाम को जिला कलक्टर रोहिताश्व तोमर, जिला पुलिस अधीक्षक राजकुमार चौधरी भी मौके पर पहुंचे. शाहाबाद एसडीएम, थाना अधिकारी प्रेम मीणा भी जाप्ते के साथ मौजूद थे.
85 कर्मचारियों की टीमें जंगल में आग बुझाने में जुटी
बारां उपवन संरक्षक ने आग के फैलाव को देखते हुए कूनो नेशनल पार्क के अधिकारियों से चर्चा कर उन्हें आग को लेकर एहतियात बरतने को कहा है. इसके अलावा बारां जिले के क्षेत्रीय वन अधिकारी शाहाबाद हफीज मोहम्मद, क्षेत्रीय वन अधिकारी केलवाड़ा दीपक चौधरी, किशनगंज के हरिराम, अटरू के भरत राठौर, क्षेत्रीय वन अधिकारी वन सुरक्षा लक्ष्मीनारायण मीणा, क्षेत्रीय व अधिकारी बंदोबस्त अधिकारी, क्षेत्रीय वन अधिकारी छीपाबड़ौद हेमेन्द्र कोली के नेतृत्व में करीब 85 कर्मचारियों की टीमें जंगल में आग बुझाने में जुटी रही.
हाथों से आग बुझानी पड़ रही
संसाधनों के अभाव में हाथों से आग बुझानी पड़ रही है. तपती दोपहरी में पेड़ों की टहनियों को हाथों से लपटों पर मारकर आग बुझाने के दौरान कर्मचारियों के शरीर में पानी की कमी हो रही है. के कारण तीन वन कर्मचारी वनरक्षक रामबल, बिन्दू सहरिया व विनोद सहरिया की डिहाइड्रेशन होने से तबीयत बिगड़ गई. तीनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया.
आज से विशेष अभियान शुरू किया जाएगा
आग पर काबू पाने के लिए 7 क्षेत्रीय वन अधिकारियों के नेतृत्व में 85 कर्मचारियों की टीम जुटी रही, इससे स्थिति नियंत्रण में है. फिर भी आग बढऩे से इंकार नहीं किया जा सकता. आज से विशेष अभियान शुरू किया जाएगा. जिला प्रशासन, पुलिस के अलावा करीब दो सौ वनकर्मी और 100 से अधिक ग्रामीण समेत करीब 500 लोगों की अलग-अलग टीमें जंगल में उतरेंगी. जिलेभर से दमकल भी बुलाई जा रही है.