Chauhtan: बाड़मेर जिले में मार्च के अंतिम माह से ही शुरू हुई तेज गर्मी के मद्देनजर पेयजल संकट को देखते हुए राज्य सरकार, निगम प्रशासन, जिला प्रशासन को बड़े निर्देश दिए गए हैं.


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निर्देशों की पालना में जलदाय विभाग के करीब 42 कनेक्शनों का कार्य युद्ध स्तर पर कराते हुए विद्युत कनेक्शनों का मात्र एक महीने में ही जारी किए गए.


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यह जानकारी देते हुए अधीक्षण अभियंता अजय माथुर ने बताया कि मार्च के अंतिम सप्ताह एवं अप्रैल माह में पड़ रही भीषण गर्मी के मद्देनजर ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति को सुचारू करने हेतु मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार, निगम प्रशासन एवं जिला प्रशासन द्वारा शीघ्रता से पेयजल योजनाओं के कनेक्शन जारी करने के निर्देश प्रदान किए गए. इन निर्देशों की पालना में जलदाय विभाग द्वारा जमा कराई गई पत्रावलियों की प्राथमिकता तय करते हुए रोड मैप निर्धारित किया गया एवं इन कनेक्शनों को शीघ्र कराने हेतु युद्धस्तर पर कार्य योजना बनाकर सामग्री की व्यवस्था कर लाइनों का कार्य कराया गया एवं ट्रांसफॉर्मर आवंटित कर कनेक्शन जारी किए गए.


इन स्थानों पर जारी हुए कनेक्शन
अधीक्षण अभियंता ने बताया कि 29 मार्च से 28 अप्रैल तक जिले में जलदाय विभाग की करीब 42 पेयजल परियोजनाओं के विद्युत कनेक्शन विभाग द्वारा जारी किए गए. इसमें सर्वाधिक 12 कनेक्शन बायतु उपखण्ड के अधिन किए गए. इसी प्रकार पचपदरा उपखण्ड में 8, धोरीमन्ना व बाड़मेर ग्रामीण उपखण्ड में 5-5, चौहटन में 4, पादरू में 3, शिव व बाड़मेर शहर द्वितीय के अधिन 2-2 एवं रामसर में 1 पेयजल योजना का विद्युत कनेक्शन जारी किया गया. अधीक्षण अभियंता के मुताबिक विभाग द्वारा वर्तमान में भी पेयजल योजनाओं के कार्य को युद्धस्तर पर जारी कराने का कार्य संपादित किया जा रहा हैं ताकि आमजन को भीषण गर्मी के मौसम में पेयजल आपूर्ति हो सके एवं पेयजल संकट से निजात मिल सके.