बाड़मेर के जसदेर तालाब पर चला 5 घण्टे सफाई अभियान, 1200 से अधिक निरंकारी अनुयायियों ने किया श्रमदान
बाड़मेर के जसदेर तालाब पर 5 घण्टे सफाई अभियान चला. जिसमें 1200 से अधिक निरंकारी अनुयायियों ने श्रमदान किया.
Barmer: बाड़मेर संत निरंकारी मिशन द्वारा आजादी के 75वें ''अमृत महोत्सव'' को लेकर भारत सहित विदेशो में ''स्वच्छ जल, स्वच्छ मन" के उद्देश्य से सफाई अभियान का शुभारंभ सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज एवं राजपिता के करकमलों द्वारा किया गया. संत निरंकारी मण्डल के मीडिया सहायक हितेश तंवर ने बताया कि, सतगुरु माता सुरीक्षा महाराज के पावन आशीर्वाद से यह परियोजना समूचे भारतवर्ष के 1100 से अधिक स्थानों के 730 शहरों, 27 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में विशाल रूप में सफाई अभियान चलाया गया.
परियोजना के अंतर्गत शहर के जसदेर धाम के तालाब पर संत निरंकारी मिशन बाड़मेर द्वारा रविवार को प्रातः 8 से 1 बजे तक विशाल सफाई अभियान चलाया गया. इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य यही है कि अधिक से अधिक जल सरंक्षण किया जाए. सफाई अभियान का शुभारंभ सुरेंद्रसिंह पुरोहित अतिरिक्त जिला कलेक्टर बाड़मेर, दीपक माली नगर परिषद सभापति, समंदर सिंह भाटी एसडीएम बाड़मेर, संतोष पूरी महाराज, संत शांतिलाल निरंकारी मिशन के जोनल प्रभारी सहित कई अतिथियों ने फीता काटकर किया.
कार्यक्रम के दौरान सभी अतिथियों का माला एवं साफ़ा पहनाकर स्वागत-बहुमान किया गया. इस दौरान सभी अतिथियों ने मानवता वाले ऐसे संत निरंकारी मिशन एवं इस सेवा कार्यों को लेकर सराहना करते हुए विचार प्रस्तुत किये. वहीं संत शांतिलाल ने इस परियोजना को लेकर समस्त उपस्थित अतिथियों एवं निरंकारी अनुयायियों को जानकारी दी.
इस परियोजना का शुभारम्भ करते हुए सत्गुरू माता सुदीक्षा महाराज ने जल की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि परमात्मा ने हमे यह जो अमृत रूपी जल दिया है तो हम सभी का कर्तव्य बनता है कि हम सब उसकी उसी तरह संभाल करे. स्वच्छ जल के साथ-साथ मनों का भी स्वच्छ होना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि इसी भाव के साथ हम संतो वाला जीवन जीते हुए सभी के लिये परोपकार का ही कार्य करते है.
इस कार्यक्रम की प्रबंध व्यवस्था बहुत ही उत्तम रूप से की गई जिसमें सभी सेवादारों एवं आंगतुको के बैठने, जलपान, पार्किंग, मेडिकल इत्यादि का समुचित प्रबंध किया गया. अमृत प्रोजेक्ट के मध्य सुरक्षा व्यवस्था के अंतर्गत जसदेर तालाब एवं समूचे देश में दिये गये दिशा निर्देशों का उचित रूप से पालन किया गया. जिसमें रेड जोन सभी के लिए पूर्णतः वर्जित था. कार्यक्रम का मुख्य स्थल येलो जोन था और इसके अतिरिक्त ग्रीन जोन में सुरक्षा हेतु महिलाओं एवं बालको के प्रवेश की अनुमति दी गयी.
इस परियोजना में अधिक से अधिक महिलाओं एवं युवाओं का सक्रिय योगदान रहा. कार्यक्रम के मध्य केवल पर्यावरण अनुकूल उपकरणों का ही प्रयोग किया गया. प्लॉस्टिक की बोतलों, थर्माकॉल इत्यादि का प्रयोग सभी के लिए पूर्णतः वर्जित था.
कार्यक्रम के समापन पर सम्मिलित हुए अतिथि गणों ने मिशन की भूरी-भूरी प्रशंसा की और साथ ही निरंकारी सतगुरु माता का हृदय से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मिशन ने जल संकट से बचाव हेतु ‘जल संरक्षण’ एवं ‘जल निकायो’ की स्वच्छता जैसी इस कल्याणकारी परियोजनाओं को क्रियान्वित स्वरूप दिया है जो निश्चित रूप से समाज के उत्थान हेतु एक अहम कदम है. संत निरंकारी मिशन समय-समय पर ऐसी ही अनेक परियोजनाओं में सक्रिय रूप से सम्मिलित रहा है. जिनमें विशेषतः पर्यावरण संरक्षण हेतु ‘वननेस वन परियोजना’ और उसके उपरांत जल संरक्षण हेतु ‘अमृत प्रोजेक्ट’ प्रमुख है.
तालाब को चमकाया
संत निरंकारी मिशन द्वारा चलाए गए इस सफाई अभियान के दौरान जसदेर तालाब के बाहरी किनारों पर कूड़ा, प्लास्टिक, कांटे इत्यादि वस्तुओं इकठ्ठा कर कचरे पॉइंट में डालकर नष्ट किया गया.
महिलाओं सहित बाल सेवादलों ने मन से की सेवा
सफाई अभियान के दौरान अथितियों ने बताया कि आज इस कार्यक्रम में महिलाओं एवं बच्चों को सेवा करते देख काफी अच्छा लग रहा है और ये सेवा के लिए तत्पर है. हम ऐसे सेवाभावी मिशन को देखकर मन में अच्छा महसूस कर रहे हैं.
सुरक्षा के लिए तैराक रहे उपस्थित
संत निरंकारी मिशन द्वारा जसदेर तालाब पर चलाए गए सफाई अभियान के दौरान नागरिक सुरक्षा विभाग की ओर से तैराक ओमप्रकाश, किशन सिंह, हीराराम, राजेन्द्र रामावत अपने पूर्ण आपातकाल के सुरक्षा उपकरण के साथ उपस्थित रहे.
मिशन ने बैनर लगाकर दिया जल सरंक्षण का संदेश
संत निरंकारी मिशन द्वारा भारत के सभी जलीय तटों की सफाई के दौरान बैनर लगा कर आमजन को जल सरंक्षण का संदेश दिया. जिसमे जसदेर तालाब पर स्वच्छ जल, स्वच्छ कल, सभी की है जिम्मेदारी, साफ हो दुनिया हमारी, जल बचाओ, कल बचाओ, प्रदूषित पानी, हमारी हानि,प्रदूषण अंदर हो या बाहर दोनों हानिकारक है सहित जल सरंक्षण को लेकर कई बेनर लगाए.
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