Barmer: पश्चिमी राजस्थान के सरहदी जिले बाड़मेर के जिला मुख्यालय स्थित शास्त्री नगर में मानवता उस समय शर्मसार हो गई. जब एक नवजात बच्ची का शव नाले में तैरता हुआ मिला जैसे ही बच्ची का शव नाले में तैरता हुआ देखा तो पूरे इलाके में सनसनी फैल गई और स्थानीय लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी. घटना की जानकारी मिलते ही कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर बाड़मेर के राजकीय चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया है जहां पर उसका पोस्टमार्टम करवाकर डीएनए जांच के लिए भिजवाया जाएगा.


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दरअसल पुलिस ने बताया कि शास्त्री नगर के नाले के अंदर एक नवजात का शव पानी में तैर रहा है इसकी सूचना कंट्रोल रूम से मिली थी जैसे ही सूचना मिली कोतवाली थाना पुलिस के हेड कांस्टेबल सूरज सिंह मय जाब्ता मौके पर पहुंचे तो मौके पर भारी भीड़ जमा थी और नाले के अंदर एक नवजात का शव तैर रहा था जिसके बाद उसे बाहर निकलवाया जिसकी पहचान फीमेल के रूप में हुई है . जिसके बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लिया और प्लास्टिक की थैली में डालकर उसे बाड़मेर के राजकीय चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया.


जहां पर उसका पोस्टमार्टम करवाकर डीएनए जांच के लिए भिजवाया जाएगा. वहीं पुलिस ने बताया कि आस-पड़ोस के लोगों से इसकी जानकारी ली जा रही है तो वही मामला दर्ज कर पूरे मामले का पर्दाफाश करने की पूरी कोशिश की जाएगी कि इस तरीके से मानवता को शर्मसार करने वाली घटना कारित करने वाले आरोपी कौन है . 


मासूम बच्ची का शव मिलने के बाद में आस-पड़ोस के लोगों में इसकी सूचना जैसे ही फैली उसके बाद में मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई और लोगों के अंदर खासा खासी नाराजगी भी देखने को मिली लोगों का कहना है कि अगर किसी को अपनी बच्ची की आवश्यकता नहीं है तो बाड़मेर जिला मुख्यालय पर शिशु ग्रह बना हुआ है उसके अंदर भी सुपुर्द किया जा सकता था लेकिन नवजात बच्ची के पैदा होने के बाद में उसे मौत के मुंह में धकेलना एक बहुत बड़ा अपराध और पाप है.