Barmer, Gudmalani: बाड़मेर जिले के कृषि विज्ञान केंद्र गुडामालानी ( कृषि विश्वविद्यालय जोधपुर ) में एसआरएफ आर्या प्रोजेक्ट के अंतर्गत कार्यरत हैं. डॉ. रावताराम को इंडियन सोसायटी ऑफ एग्रीकल्चर साइंस टेक्नोलॉजी फॉर एंपावरमेंट रायचूर कर्नाटक की तरफ से एनिमल साइंस में ग्रामीण युवाओं को रोजगार के प्रति प्रोत्साहन और लंपी बीमारी में जागरूकता के तौर पर सराहनीय कार्य करने पर और विभिन्न राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं का बाड़मेर जैसे जिले में प्रसार प्रचार कर विभिन्न मेलों प्रदर्शनों और अन्य माध्यमों से प्रसार गतिविधियों में सराहनीय कार्य करने पर सर्वश्रेष्ठ प्रसार शिक्षा वैज्ञानिक पुरस्कार  से सम्मानित किया गया है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़ें - लादेन पर अस्पताल में ताबड़तोड़ फायरिंग, गोलीबारी में 2 महिलाएं घायल, वीडियो वायरल


आजादी के अमृत महोत्सव व आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत पूरे भारतवर्ष में पशुपालन और कृषि के क्षेत्र में अपना सराहनीय योगदान करने वाले विभिन्न शिक्षाविदों, वैज्ञानिकों, पशु चिकित्सकों को सम्मानित के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए थे! जिसमें पूरे भारतवर्ष से कई वैज्ञानिकों ने अपने आवेदन किए.इसके अंतर्गत डॉ. रावताराम को पशु प्रसार शिक्षा क्षेत्र में एक्टिविटी के अंतर्गत सराहनीय कार्य करने से सम्मानित किया गया.


यह भी पढ़ें - भाजपा की जन आक्रोश सभा में देसी रसिया गाने में महिला डांसर ने किया डांस, वीडियो वायरल


डा. भाखर मूलतः बाड़मेर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र सेड़वा तहसील के जानपालिया गांव के रहने वाले हैं. गौरतलब है कि डॉ. रावताराम ने अपनी स्नातकोत्तर उपाधि सीवीएएस नवानिया (राजुवास बीकानेर ) से की. इस अवसर पर वरिष्ठ वैज्ञानिक व अध्यक्ष डा. बीएल मीणा और समस्त स्टाफजनों द्वारा शुभकामनाएं दीं.


यह भी पढ़ें - खनन क्षेत्र में पैंथर का मूवमेंट से दहशत, ड्राइवर द्वारा बनाया वीडियो हो रहा वायरल 


गौरतलब है कि कृषि विज्ञान केंद्र गुडामालानी में कार्यरत कृषि वैज्ञानिक डॉ रावताराम द्वारा किसानों को उन्नत कृषि के प्रति जागरूक व पशुपालन में भी विशेष ट्रेनिंग देकर जागरूक किया जा रहा है साथ ही किसानों को तकनीकी आधारित खेती करने के लिए सरकारी योजना के अनुदान के प्रति भी जागरूक कर उनको लाभ पहुंचाया है.