Barmer News: पश्चिमी राजस्थान के रेगिस्तानी धोरों में इन दिनों भीषण गर्मी का कहर देखने को मिल रहा है. इसी वजह है कि यंहा पिछले कई दिनों से 47 डिग्री तक पहुंच रहा है, जिसके चलते इस भीषण गर्मी में इंसानों के साथ-साथ बेजुबान पशुओं का भी हाल बड़ा बेहाल है. 


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बाड़मेर जिले के जिला मुख्यालय लालाणियो को ढाणी स्थित पथमेड़ा गौशाला की ओर से बीमार निराश्रित पशुओं के लिए संचालित की जा रही गौशाला में इन पशुओं को भीषण गर्मी से निजात दिलाने के लिए अब कूलर और पंखे लगाए गए हैं. इतना ही नहीं गोवंश के शरीर में पानी की कमी नहीं आए इसके लिए तरबूज काट कर खिलाए जा रहे हैं. 



रेगिस्तान के रेतीले इलाके बाड़मेर में गर्मी इन दिनों गर्मी अपने पूरे चरम पर है। जिसके चलते थार नगरी में गर्मी का पारा 47 डिग्री के पास पहुंच गया है. हीटवेव के असर के चलते इंसानों के साथ-साथ पशुओं का भी हाल बेहाल है लेकिन इस बीच सुखद खबर यह है कि बाड़मेर जिले में पथमेड़ा गौशाला की ओर से बीमार निराश्रित पशुओं के लिए संचालित पथमेडा गो चिकित्सालय ओर गौशाला में इन पशुओं को भीषण गर्मी से राहत दिलाने के लिए कूलर पंखे लगाए गए हैं ताकि इस भीषण गर्मी में इन गोवंश को बचाया जा सकें. 



गौशाला के व्यवस्थापक कवराज सिंह ने बताया कि पथमेडा गो चिकित्सालय की 26 अक्टूबर 2012 में बाड़मेर में शुरू हुआ था. करीब 970 गोवंश वर्तमान में यहां पर है. इसमें 110 गोवंश जो बीमार है, उनका यहां उपचार चल रहा है. उन्होंने बताया कि बीते 15 दिनो से गर्मी का असर तेज है और पारा 46- 47 डिग्री के आसपास चल रहा है.



ऐसे 22 कूलर ओर करीब 50 पंखे लगाए गए है ताकि कैसे भी करके इस भीषण गर्मी में इन गोवंश को बचाया जा सके. उन्होंने बताया कि इन पशुओं से ना तो गौशाला को दूध मिल रहा है और ना ही इन पशुओं का कोई खरीदता है. यह ऐसी गौशाला है, जहां ऐसे बीमार पशुओं का इलाज करके उनकी सेवा करना ही उद्देश्य है. 


दो एम्बुलेंस और 2 डॉक्टरों की टीम 24 घंटे सेवाएं देती है. करीब 28 लोगों का स्टाफ और बाड़मेर में जहां भी बीमार और घायल गोवंश की सूचना मिलती है तो एंबुलेंस के जरिए गौशाला में लाकर उनका उपचार किया जाता है. 


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