Barmer,Chauhtan: मां भारती की स्वाधीनता के लिए अपना सर्वस्व देने वाले महान स्वतंत्रता सेनानी और आजाद हिंद फौज के संस्थापक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जन्म जयंती और पराक्रम दिवस पर आदर्श विद्या मंदिर चौहटन के तीनों विद्यालयों के छात्र छात्राओं ने भव्य पथ संचलन चौहटन कस्बे के मुख्य मार्गों से होकर निकाला. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

संचालन के पथ संचलन का प्रारंभ नया बस स्टैंड चौहटन से आदर्श शिक्षण समिति बाड़मेर उप समिति चौहटन के जिला सह मंत्री कृष्ण कुमार माहेश्वरी जिला सचिव बलदेव व्यास उप समिति के अध्यक्ष पारसमल सेठिया उप समिति सदस्य पत्रकार विपिन चंद्र भंसाली , बालिका प्रधानाचार्य संगीता जोशी तथा आचार्य आचार्याओं के संयुक्त उद्घोष के साथ प्रारंभ हुआ तथा संचालन के प्रमुख आदर्श विद्या मंदिर उच्च प्राथमिक चौहटन के प्रधानाचार्य लिखमाराम चौधरी ने बताया कि पथ संचलन में चलते समय घोष के डंके के साथ कदम से कदम मिलाते हुए चलेंगे सामने किसी भी प्रकार की बाधाएं आ सकती हैं उसे दरकिनार करते हुए चलना है. अनुशासन का पूर्णतया पालन करते हुए एक महान देशभक्त की जयंती पर हम पथ संचलन में आदर्श प्रस्तुत करेंगे. 


संचलन न्यू बस स्टैंड से रवाना होकर सार्वजनिक निर्माण विभाग ,विश्राम गृह, बाखासर बस स्टैंड पीपली चौक भगवानदास डोसी मार्ग, पीएनबी चौराहा, विवेकानंद चौराहा ,तहसील कार्यालय,पंचायत समिति, पशु चिकित्सालय एवं विरात्रा चौराहे से होकर विद्यालय पहुंचा. मार्ग में जगह जगह लोगों ने पुष्प वर्षा कर छात्र छात्राओं का मनोबल बढ़ाया जय घोष लगाए संचलन के समापन कार्यक्रम पर समिति के सदस्य पत्रकार विपिन भंसाली के मुख्य आतिथ्य में आदर्श शिक्षण समिति बाड़मेर के सचिव बलदेव व्यास द्वारा उद्बोधन में बताया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारत के एक महान देशभक्त और बहादूर स्वतंत्रता सेनानी थे वह जोश पूर्ण देश भक्ति के प्रतीक थे हर भारतीय बच्चों को उनको भारत की स्वतंत्रता के लिए किए गए कार्यों के बारे में जरूर जानना चाहिए.


 वह एक महान भारतीय राष्ट्रवादी नेता थे. जिन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारत की आजादी के लिए के दौरान बड़ी हिम्मत से लड़ा था नेताजी भारत के एक क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने बहुत संघर्ष किया और एक विशाल भारतीय आबादी को स्वतंत्रता संघर्ष के लिए प्रेरित किया भारत को स्वतंत्र कराने के लिए उन्होंने अपने आजाद हिंद फौज का गठन किया व उन्होंने कहा कि तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा. जय हिंद. दिल्लीचलो.उनके ये नारे थे. देश के लिए उनका त्याग और संमर्पण भारत के हर बच्चे को स्मरण रखना चाहिए कि वे एक प्रतिभाशाली ढंग से आई सी एस परीक्षा पास बैरिस्टर इन सब को छोड़कर भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई के लिए लग गए ऐसे महान विभूति को सम्मान करना हम सबका दायित्व बनता है.