Barmer: रेतीले रेगिस्तान में प्रतिभाओं की कमी नहीं है. मरुधरा की मिट्टी से निकल कर गरीब परिवारो के बेटों ने सेल्फ स्टडी कर मेडिकल फील्ड की सबसे बड़ी नीट परीक्षा 33 छात्रों अपना लोहा मनवाया है जिनमें से 17 छात्रों का सरकरी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन होगा. मरुधरा के इन बेटों को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है.


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नेशनल टेस्टिंग एजेंसी एनटीए ने बुधवार को द्वारा जारी किये गए नीट परीक्षा 2023 रिजल्ट में ग्रामीण इलाकों के गरीब परिवारों को निशुल्क तैयारी करवाने वाली फिफ्टी विलेजर्स संस्थान के 33 छात्रों ने डॉक्टर बनने का सपना पूरा करने के लिए नीट परीक्षा पास की है.


भामाशाहों ने की छात्रों की बड़ी मदद


इसमें से 17 छात्र ऐसे हैं जिनका एमबीबीएस के लिए सरकारी मेडिकल कॉलेज एडमिशन मिल जायेगा. ग्रामीण परिवेश से आने वाले इन सभी बच्चों की आर्थिक पृष्ठभूमि बहुत ही दयनीय हैं किसी के माता या पिता नहीं है तो किसी के माता व पिता गंभीर बीमारी से ग्रसित है, लेकिन भामाशाह के सहयोग से संचालित होने वाली फिफ्टी विलेजर्स संस्थान में रह कर इन बच्चों ने सेल्फ स्टडी कर नीट परीक्षा को पास किया है.


फिफ्टी विलेजर्स संस्थान भी कर रही आर्थिक मदद


 फिफ्टी विलेजर्स संस्थान को संचालित करने वाले डॉ भरत सारण बताते हैं कि पिछले 11 साल से लगातार फिफ्टी विलेजर्स आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को मेडिकल के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए काम कर रही है. हर वर्ष मेडिकल फील्ड की सबसे बड़ी परीक्षा नीट को पास कर डॉक्टर बन रहे हैं. पिछले 11 सालों में भामाशाह के डेढ़ करोड़ के आर्थिक सहयोग करीब 90 से अधिक आर्थिक रूप से अत्यंत गरीब बच्चे इस संस्थान में सेल्फ स्टडी कर डॉक्टर बने हैं.


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