Barmer News: सरहदी बाड़मेर जिले की पुलिस एक फिर सवालों के घेरे में है. आमजन में विश्वास और अपराधियों में भय के स्लोगन वाली पुलिस अपराधियों के साथ मिलकर पीड़ित लोगों को ही प्रताड़ित कर आमजन में भय पैदा कर रही है. 


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ऐसा ही एक मामला बाड़मेर जिले के सदर थाना पुलिस का सामने आया है, जहां थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाने पहुंचे जानलेवा हमले में घायल दो पीड़ित भाईयों की रिपोर्ट दर्ज करने के बजाय दोनों ही भाइयों को थाने की हवालात में बंद कर दिया और लहूलुहान हालत में दोनों ही भाइयों को हवालात में रात गुजारनी पड़ी. इसके बाद मंगलवार को दोनों ही भाइयों ने एसडीएम कोर्ट से अपनी जमानत करवाई.



पीड़ित जेठाराम ने बताया कि उसकी सदर थाना क्षेत्र के सनावड़ा गांव में कपड़े की दुकान है और सोमवार को वह अपनी दुकान के आगे निर्माण कार्य करवा रहा था इस दौरान एक गाड़ी में सवार होकर आए लोगों ने जानलेवा हमला कर दो भाइयों को गंभीर रूप से घायल कर दिया, जिसके बाद वह जिला अस्पताल पहुंचे और पिता को अस्पताल में भर्ती करवाया और दोनों ही भाइयों के सिर में एक भाई के चार व दूसरे के नो टांके आए. 



उसके बाद दोनों ही पीड़ित भाई जब सदर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाने पहुंचे तो पुलिस ने दोनों ही भाइयों की रिपोर्ट दर्ज करने के बजाय पहले तो कई घंटों तक थाने में बिठा कर रखा उसके बाद दोनों को ही गिरफ्तार कर लहूलुहान हालात में थाने की हवालात में बंद कर दिया और जिसके बाद दोनों ही भाइयों ने एसडीएम कोर्ट में जमानत करवा कर इलाज करवाने अस्पताल पहुंचे. पीड़ित दोनों ही भाइयों का आरोप है कि सदर थाना पुलिस ने जानलेवा हमला करने वाले लोगों के साथ मिली हुई है. इसलिए उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई और उल्टा उनको ही गिरफ्तार कर लिया गया.