Barmer: टीम आजाद बाड़मेर के सदस्य अब प्रदेशभर में जरूरतमंदों को रक्त उपलब्ध करवा रहे हैं.  पिछले कुछ वर्षों से रक्तदान के क्षेत्र में टीम आजाद का बहुत ही सराहनीय योगदान रहा है. कोरोना महामारी आने के बाद तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के कारण प्रदेश में लंबे समय तक सख्त लॉकडाउन के चलते रक्तदान शिविरों का आयोजन नहीं हो पा रहा था, दूसरी ओर स्वैच्छिक रक्तदान में भी भारी कमी हो गई थी. 


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ऐसे कठिन समय में कांग्रेस पार्टी के युवा नेता आजाद सिंह राठौड़ के आव्हान पर टीम आजाद बाड़मेर ने प्रदेशभर में जरूरतमंदों को रक्त की व्यवस्था करवाने का जिम्मा उठाया. राठौड़ ने युवा साथियों के साथ चर्चा के बाद ब्लड की वजह से किसी को दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए टीम आजाद सिंह नाम से एक ब्लड हेल्पलाइन भी शुरू की. राठौड़ ने इसके लिए सेन्ट्रलाइज हेल्पलाइन की व्यस्था की थी, जिसके माध्यम से प्रभारियों के साथ हॉस्पिटल में जरूरतमंद को रक्त की व्यवस्था करवाई गई. 


करोना काल में प्लाज्मा की जरूरत होने पर टीम आजाद ने जोधपुर, जयपुर, अहमदाबाद और अन्य शहरों में 200 से अधिक बार टीम आजाद बाड़मेर ने प्लाज्मा की इमरजेन्सी व्यवस्था करवाई, जिससे मरिजों की जान बचाई जा सकी. 


टीम आजाद बाड़मेर के संयोजक मुलतान सिंह महाबार ने बताया लोक देवताओं एवं महापुरुषों के जन्मदिन, समाजसेवियों एवं नेताओं के जन्मदिन पर विशाल रक्तदान शिविरों का आयोजन किया गया,. बाड़मेर के युवा टीम आजाद बाड़मेर के कार्यों से प्रेरित हो कर अपने जन्मदिवस पर रक्तदान कर जन्मदिन को मनाने का अनूठा उदाहरण पेश कर रहे है. 


महाबार ने बताया कि संस्थान के सभी रक्तवीर पूरे भारत में जरूरतमंद के लिए रक्तदान करने रक्तदान हेतु जागरुकता का प्रसार-प्रचार करने एवं रक्तदान शिविर आयोजन हेतु सदैव तत्पर रहते हैं. महाबार ने बताया कि अब तक टीम आजाद बाड़मेर द्वारा 5000 से अधिक यूनिट रक्त की व्यवस्था करवाई जा चुकी है. 


टीम आजाद बाड़मेर के संयोजक मुलतान सिंह महाबार ने बताया कि रक्तदान के क्षेत्र में अच्छा कार्य करने पर Rajasthan State Blood Transfusion Council द्वारा 15 मार्च 2022 को सम्मानित किया गया. 


महाबार ने बताया कि पहचान वालों की मदद हेतु हजार हाथों का सहारा तैयार रहता है, लेकिन किसी अनजान जरूरतमंद की मदद करने से जो खुशी ह्रदय को महसूस होती है, उसे किसी भी तराजू से नहीं तोला जा सकता इसलिए सदैव रक्तदान करने हेतु सभी को आगे आना चाहिए और झिझक छोड़कर रक्तदान कर जागरूक व्यक्ति का कर्तव्य निर्वहन करना चाहिए. 


टीम आजाद बाड़मेर के सदस्य नारायण बृजवाल ने बताया कि गांव और ढाणीयों से आने वाले लोगों को रक्तदान के प्रति जागरूक करना टीम आजाद बाड़मेर का प्रथम उद्देश्य है. संस्थान द्वारा किए जा रहे जागरूकता अभियानों का परिणाम अब सामने आ रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्र के युवा भी रक्त के प्रति जागरुक हो रहे है और रक्त दान कर रहे हैं. 


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बाड़मेर के निजी अस्पताल में भर्ती रामसर निवासी सुगन कंवर के बच्चेदानी के ऑपरेशन के दौरान हीमोग्लोबिन के कम स्तर के कारण रेयर ग्रुप ओ नेगेटिव रक्त की आवश्यकता होने के चलते बॉर्डर होमगार्ड में तैनात सुगन कंवर के बड़े भाई खीमसिंह जडेजा द्वारा टीम आजाद बाड़मेर के संयोजक मुलतानसिंह महाबार से संपर्क किया. गत दिवस टीम सदस्य रक्तवीर जितेंद्रसिंह आकोड़ा द्वारा आपात स्थिति में चिकित्सालय बाड़मेर आकर रक्तदान किया. 


महाबार ने बताया कि अब तक हमारे पास ऐसे कई मामले आए हैं, जब आपातकाल में रक्त की व्यवस्था करवानी होती है, हमारी टीम ने हर बार मौके पर पहुंच रक्त की व्यवस्था करवाई है और हमारा प्रयास रहता है कि कहीं से भी हमें रक्त व्यवस्था करवाने के समाचार मिल जाए, फिर हम तत्काल व्यवस्था करवाने में लग जाते हैं. 


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