कल सुबह 9:00 बजे दिल्ली पहुंचेगा शहीद सावलाराम बिश्नोई का पार्थिव शरीर, राष्ट्रीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में अफ्रीका के कांगो में मंगलवार को हिंसक प्रदर्शन के दौरान शहीद हुए गुड़ामालानी बाड़मेर के लाल सांवलाराम बिश्नोई का पार्थिव शरीर 01 अगस्त सोमवार को अपने पैतृक गांव बांड पहुंचेगा. सांवलाराम बिश्नोई के शहीद होने की खबर के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है.
Gudamalani: संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में अफ्रीका के कांगो में मंगलवार को हिंसक प्रदर्शन के दौरान शहीद हुए गुड़ामालानी बाड़मेर के लाल सांवलाराम बिश्नोई का पार्थिव शरीर 01 अगस्त सोमवार को अपने पैतृक गांव बांड पहुंचेगा. सांवलाराम बिश्नोई के शहीद होने की खबर के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है.
लोगों को है शहीद के पार्थिव शरीर का इंतजार
हर कोई निगाहें गाढ़े हुए मालाणी के शहीद लाल के पार्थिव शरीर का इंतजार कर रहे हैं. पत्नी बच्चों और बूढ़े मां बाप का रो- रो कर बुरा हाल है. हर कोई उन्हें सांत्वना देकर ढ़ाढस बंधा रहा है लेकिन सांवलाराम के शहीद होने के 4 दिन बाद भी पार्थिव शरीर आंगन तक नहीं पहुंचने से शहीद की पत्नी बेसुध पड़ी है.
सांवलाराम बिश्नोई का पार्थिव शरीर सोमवार को पैतृक गांव पहुंचेगा
बीएसएफ गुजरात फटियार के जनसंपर्क अधिकारी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि शहीद मुख्य आरक्षक सांवलाराम बिश्नोई का पार्थिव देह सोमवार को उनके पैतृक गांव पहुंचेगा. जहां राष्ट्रीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
जानकारी देते हुए बताया कि 25 जनवरी 1999 को मुख्य आरक्षक सांवलाराम बिश्नोई सीमा सुरक्षा बल में भर्ती हुए थे. सांवलाराम शुरू से ही कर्मठ उत्साह एवं कर्तव्यनिष्ठ कार्मिक थे तथा उन्होंने अपनी 23 वर्ष की सेवा में सदैव ईमानदारी एवं समर्पण के साथ अपने कर्तव्य का निर्वहन किया.
उनके इसी सेवा एवं कर्मठता के मुख्य आरक्षक सांवलाराम बिश्नोई को संयुक्त राष्ट्र में शांति मिशन कांगो के लिए चुना गया. वह 2 मई 2022 से शांति मिशन कांगो में अपनी सेवाएं दे रहे थे. 25 जुलाई 2022 को कांगो के निवासियों ने पूरे कांगो में 1 सप्ताह के लिए मोनुस्को के खिलाफ धरना प्रदर्शन का आह्वान किया था जिनसे उग्र रूप धारण कर लिया.
मोनुस्को कैंप में मौजूद सैकड़ों लोगों की जान बचाई
सभी जुलाई को मोरक्को कैंप पर जाकर मुख्य आरक्षक सांवलाराम बिश्नोई अपने अन्य साथियों के साथ तैनात थे. उग्र भीड़ ने धारदार हथियारों तथा ऑटोमैटिक हथियारों से हमला कर दिया. मुख्य आरक्षक सांवलाराम बिश्नोई ने अदम्य एवं वीरता का परिचय दिया और मोनुस्को कैंप में मौजूद सैकड़ों लोगों की जान बचाई.
मुख्य आरक्षक सांवलाराम बिश्नोई इस हमले में बुरी तरह जख्मी होते हुए भी अंतिम सांस तक प्रदर्शनकारियों का मुकाबला करते रहे लड़ते-लड़ते करते हुए की वेदी पर प्राण न्योछावर कर दिए.
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सांवलाराम बिश्नोई गुडामालानी जिला बाड़मेर के रहने वाले थे
बता दें कि मुख्य आरक्षक सांवलाराम बिश्नोई राणासर खुर्द पुलिस थाना गुडामालानी जिला बाड़मेर राजस्थान के रहने वाले हैं उनका पार्थिव देह 31 जुलाई रविवार को सुबह करीब 9:00 बजे नई दिल्ली पहुंचेगा. इसके पश्चात विमान द्वारा दिल्ली से जोधपुर लाया जाएगा तथा बाद में सड़क मार्ग द्वारा जोधपुर से बाड़मेर लाया जाएगा. 01 अगस्त सोमवार को शहिद मुख्य आरक्षक सांवलाराम बिश्नोई का पार्थिव शरीर सुबह करीब 8:00 बजे से 8:30 बजे तक सीमा सुरक्षा बल कैंप नेहरू नगर में श्रद्धांजलि हेतु रखा जाएगा.
इसके बाद बाड़मेर में शाहिद सर्किल, चौहटन चौराहा, कुर्जा फांटा, सनावड़ा, मेहलू होते हुए उनके मौजूद निवास बांड गुड़ामालानी पहुंचेगा जहां पर पूरे राष्ट्रीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
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