मुनाबाव: बाड़मेर जिले से लगती अंतरराष्ट्रीय भारत-पाक बॉर्डर पर स्थित भारत के आखिरी गांव अकली में आगजनी की घटना सामने आई है, जहां पर खेतों में खड़ी सूखी घास में अचानक आग लग गई. देखते ही देखते हवा के तेज रुख के चलते आग ने विकराल रूप ले लिया. करीब 3 से 4 किलोमीटर इलाके में रविवार को भयावह रूप से फैल गई. जिसके बाद स्थानीय लोगों ने सीमा सुरक्षा बल के लोगों के साथ मिलकर आग को काबू करने का प्रयास शुरू किया.


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 बाड़मेर अतिरिक्त जिला कलेक्टर अश्विनी के पंवार ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर स्थित अगली गांव में आग लगने की सूचना मिलते ही बाड़मेर से नागरिक सुरक्षा फायर ब्रिगेड को मौके के लिए रवाना कर दिया है, लेकिन बाड़मेर जिला मुख्यालय से 150 किलोमीटर दूर होने के चलते फायर ब्रिगेड को पहुंचने में समय लग रहा है, वहीं गडरा रोड तहसीलदार को मौके पर भेज दिया है. तहसीलदार ने सीमा सुरक्षा बल व ग्रामीणों सहित स्थानीय संसाधनों से आग पर काबू पाने का प्रयास लगातार जारी है. अभी तक आग लगने के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है.


 बाड़मेर अतिरिक्त जिला कलेक्टर अश्विनी के पवार के अनुसार आग लगने के बाद लगातार अंतर्राष्ट्रीय बॉर्डर की ओर आगे बढ़ रही है जिसको काबू करने के लगातार निरंतर प्रयास जारी है. सोशल मीडिया पर चल रही इन तस्वीरों को देख सकते हैं कि किस तरीके से तस्वीरों में भारत-पाक अंतर्राष्ट्रीय बॉर्डर नजर आ रहा है.


गौरतलब है कि पिछले 1 सप्ताह से लगातार बाड़मेर जिले के ग्रामीण इलाकों में खेतों में खड़ी सुखी घास में आग लगने की घटनाएं निरंतर सामने आ रही है. लेकिन सुदूर इलाके में फायर ब्रिगेड की गाड़ियां समय पर नहीं पहुंच पाने के कारण आगजनी की घटना में सब कुछ जलकर स्वाह हो जाता है, बाड़मेर के स्थानीय लोग लगातार उपखंड मुख्यालय पर फायर ब्रिगेड की सुविधा की मांग कर रहे हैं.


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