देश के वीरों और नायकों को याद करते हुए हाथों में तिरंगे को लेकर फ्रीडम ट्रैक का आयोजन
आजादी के 75 वीं वर्षगांठ पे जहां एक तरफ पूरा देश आजादी के अमृत महोत्सव की खुशियां मना रहा वहीं आज भारतीय सेना के अंग सीमा सड़क संगठन के बाड़मेर की 96 आरसीसी ने आजादी के अमृत महोत्सव पे देश के वीरों और नायकों को याद करते हुए हाथो में तिरंगे को लेकर फ्रीडम ट्रैक का आयोजन किया. 96 सीमा सड़क
बाड़मेर: आजादी के 75 वीं वर्षगांठ पे जहां एक तरफ पूरा देश आजादी के अमृत महोत्सव की खुशियां मना रहा वहीं आज भारतीय सेना के अंग सीमा सड़क संगठन के बाड़मेर की 96 आरसीसी ने आजादी के अमृत महोत्सव पे देश के वीरों और नायकों को याद करते हुए हाथो में तिरंगे को लेकर फ्रीडम ट्रैक का आयोजन किया.
96 सीमा सड़क संगठन के कमान अधिकारी ने अपने दल बल के साथ फ्रीडम ट्रैक की कमान संभालते हुए प्रातः 6 बजे से हीं फ्रीडम ट्रैकिंग को देश के नाम समर्पित किया. 96 आरसीसी के कमान अधिकारी के नेतृत्व में हाथो में तिरंगे और मन में देशभक्ति की अदम साहस लिए कुल 42 अधिकारी और जवानों की टोली, 10 किलो मीटर लंबी फ्रीडम ट्रैकिंग की पैदल यात्रा करते हुए 580 मीटर ऊंची चौहटन हिल टॉप तक तिरंगे को हाथों में लेकर चढ़ते रहे.
जहां एक तरफ इतनी लंबी और ऊंची ट्रैकिंग जो सीधे तौर पर खड़ी थी, साथ हीं रास्ते पथरीले थे, इस चढ़ाई ने सभी को शारीरिक रूप से जरूर हीं थका दिया था किंतु देश प्रेम और कमान अधिकारी के उत्साहवर्धन और समझ बुझ के सामने सब फीका पड़ गया.
साथ ही वायु सेना खेमे के जवान भी इस उपलक्ष्य में मौजूद रहे, सहर्ष उन्होंने इस मौके में कमान अधिकारी के नेतृत्व में एक साथ होकर देश के प्रति प्रेम, निष्ठा, समर्पण, त्याग और मातृ भूमि के लिए कुछ कर गुजरने और देश के विकास में पूर्व में दिए गए बलिदानों को याद किया. चूंकि सीमा सड़क संगठन का लक्ष्य हीं असंभव को कड़ी मेहनत से संभव कर दिखाना है इस कारण देश के लिए आगे हर संभव कुछ कर गुजरने का ये कारवां अनंतकाल तक चले उसके लिए कमान अधिकारी, अधिकारी और जवानों ने प्रतिज्ञा ली.
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