Gudamalani: बाड़मेर जिले में लगातार झोलाछाप व नीम हकीम लगातार इलाज के नाम पर आमजन के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर लोगों की जान ले रहे हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग इनके खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई नहीं कर रहा है.


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शनिवार को धोरीमना उपखंड क्षेत्र के बाछड़ाऊ गांव में एक बच्ची की तबीयत बिगड़ने पर परिवार के लोग झोलाछाप के पास ले गए, जहां उसने दो इंजेक्शन लगाने के बाद बच्ची की अचानक ही तबीयत खराब हो गई. जिसके बाद परिजन आनन-फानन में उसे जिला अस्पताल लेकर आए, जहां पर चिकित्सकों ने मासूम बच्ची को मृत घोषित कर दिया.


जानकारी के अनुसार सोडियार निवासी डालूराम अपनी पत्नी व मासूम बच्ची को बुखार व जुखाम लगा हुआ था, जिसके बाद वह सोडियार में झोलाछाप डॉक्टर रुक्मणाराम के पास क्लिनिक पर ले गए, जहां उसने टेबलेट देने के बजाय इंजेक्शन लगाने के लिए बोला और दो इंजेक्शन लगाने के कुछ ही समय बाद बच्ची की अचानक तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद आनन-फानन में बच्ची को बाड़मेर जिला अस्पताल रेफर किया, जहां उसकी मौत हो गई .


परिजनों ने झोलाछाप चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर शव उठाने से इनकार कर दिया है. घटना के बाद धोरीमन्ना पुलिस जिला अस्पताल पहुंची और शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवाया. पुलिस परिजनों से उठाने को लेकर समझाइश कर रही है.


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