Sheo: बाड़मेर जिले से लगती अंतराष्ट्रीय भारत पाक बॉर्डर पर देश की पश्चिमी सरहद की सुरक्षा में लगे बीएसएफ जवानों के लिए एक खास जगह है जंहा ड्यूटी से वापस आते ही हर जवान वंहा पहुच जाता है. खास जगह इसलिए है कि बॉर्डर पर कोई भी नेटवर्क नहीं आता है इस बबूल के पेड़ के नीचे मोबाईल नेटवर्क आता है तो जवान अपने घर बात करता है और भी मोबाइल से मनोरंजन भी करता हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़ें- IAS टीना डाबी के पहले पति अतहर आमिर ने इंस्टाग्राम पर डाली फोटो, लड़कियां बोली क्यूट


बॉर्डर पर नेटवर्क नहीं आने के चलते देश की सीमाओं की सुरक्षा में लगे बीएसएफ के जवानों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है और नेटवर्क के अभाव में कई दिनों पर घर पर बाद भी नहीं हो पाती है. बाड़मेर जिले से लगती अंतरराष्ट्रीय भारत-पाक के बांका सर बॉर्डर पर यह बबूल का पेड़ बीएसएफ जवानों के लिए एक खास जगह बन गया है जहां पर जवान ड्यूटी से वापस लौट पर ही इस पेड़ के नीचे आ जाते हैं जहां पर मोबाइल नेटवर्क आता है तो वह अपने घर फोन लगाकर हालचाल पूछते हैं. 


यह भी पढ़ें- बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री पहुंचे पुष्कर, NDA गठबंधन और सीट बंटवारे को लेकर कही ये बात


साथ ही वह मोबाइल में इंटरनेट का उपयोग कर अपना मनोरंजन भी कर लेते हैं. बीएसएफ के जवान बताते हैं कि बॉर्डर पर नेटवर्क नहीं आता है यही एक मात्र जगह है जहां पर नेटवर्क मिलता है, जिससे हम घर पर बात कर पाते हैं. साथ ही कई बार खराब मौसम के चलते कई दिनों तक तक घर पर बात नहीं हो पाती है तो हम पहले ही बता देते हैं कि दो-तीन दिन बात नहीं हो पाएगी और घर वालों को कोई जरूरी काम होता है तो हेड क्वार्टर फोन लगाकर वह हमारे हाल-चाल जान लेते हैं कि हम पूरी तरह सुरक्षित है.