Chauhaatan : झोलाछाप डॉक्टर ने बच्ची को चढ़ा दी ड्रिप, तड़प-तड़प कर मौत, परिजनों का हंगामा
धनाऊ थाना पुलिस ने परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है, वही मासूम बालिका की मौत के बाद झोलाछाप डॉक्टर क्लिनिक को बंद कर मौके से फरार हो गया है.
Chauhaatan : राजस्थान के बाड़मेर जिले के सरहदी क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की नाक के नीचे झोलाछाप डॉक्टरों का बोलबाला लगातार जारी है और इलाज के नाम पर लोगों की जान से खिलावाड़ हो रहा है. गुरुवार शाम को मीठे का तला गांव में अवैध रूप से संचालित हो रहे निजी क्लीनिक पर झोलाछाप डॉक्टर ने एक मासूम बालिका की जान ले ली.
जानकारी के अनुसार मीठे का तला निवासी धुड़ी पुत्री गोरधन राम भील को बुखार आ रहा था और वो गांव के झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक पहुंची तो झोलाछाप डॉक्टर ने कहा कि ड्रिप लगानी पड़ेगी, तो झोलाछाप डॉक्टर ने लगातार बालिका को तीन ड्रिप लगाई, पहली ड्रिप लगाने तो बच्ची ठीक थी लेकिन दूसरी और तीसरी ड्रिप लगाने बाद वो बेहोश हो गई. जिसके बाद झोलाछाप डॉक्टर ने हाथ खड़े कर दिए और बोला बाड़मेर जिला अस्पताल लेकर जाओ.
परिजन बालिका को लेकर बाड़मेर जिला अस्पताल पहुंचे. जहां पर डॉक्टरों ने बालिका को मृत घोषित कर दिया. आक्रोशित परिजनों ने शव को झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक पर लाकर कार्रवाई करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. जिसके बाद धनाऊ थाना पुलिस मौके पर पहुंची और समझाइश कर शव को चौहटन स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की मोर्चरी में रखवाया है.
धनाऊ थाना पुलिस ने परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है, वही मासूम बालिका की मौत के बाद झोलाछाप डॉक्टर क्लिनिक को बंद कर मौके से फरार हो गया है.
ग्रामीणों का कहना है कि पिछले 10-12 साल से झोलाछाप डॉक्टर अवैध रूप से क्लीनिक का संचालन कर रहा है और 1 साल पहले भी इसी डॉक्टर ने एक मासूम की जान ले ली थी, जिसके बाद प्रशासन ने उसके क्लीनिक सीज किया था. लेकिन कुछ समय बाद उसने फिर से इस अवैध क्लीनिक को वापस शुरू कर दिया और आज फिर मासूम की जान ले ली. परिजनों ने झोलाछाप डॉक्टर को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही की मांग की हैं.
रिपोर्टर - भूपेश आचार्य
PFI Banned : राजस्थान का वो चेहरा जो था PFI में बड़ा नाम, बैन के बाद अब आगे क्या ?