Barmer news: सुकड़ी नदी में गिरा ग्रेनाइट पत्थरों से भरा ट्रेलर, 1 सप्ताह में हुए 3 बड़े हादसे, फिर भी प्रशासन मौन
Barmer news: बाड़मेर जिले में समदड़ी कस्बे से निकलने वाली लूनी नदी लगातार अपने वेग में चल रही है समदड़ी व सिवाना सहित आसपास के गांवों को जोड़ने वाली सड़कों पर तेज गति से नदी बह रही है, जिसके बाद प्रशासन की अनदेखी के चलते आए दिन हादसे हो रहे हैं.
Barmer news: राजस्थान के बाड़मेर जिले में समदड़ी कस्बे से निकलने वाली सुकड़ी व लूनी नदी लगातार अपने वेग में चल रही है वहीं समदड़ी व सिवाना सहित आसपास के गांवों को जोड़ने वाली सड़कों की रपट पर तेज गति से नदी अपने वेग में चल रही है जिसके बाद प्रशासन की अनदेखी के चलते आए दिन हादसे हो रहे हैं. आज सुबह भी ग्रेनाइट पत्थरों से भरा एक ट्रेलर नदी में पलट गया गनीमत यह रही कि पास के लोगों ने ट्रेलर चालक को सुरक्षित बाहर निकाल लिया.
1 सप्ताह में 3 बड़े हादसे हो चुके हैं लेकिन प्रशासन ने अभी तक वाहनों की आवाजाही बंद नहीं करवाई है. लगातार हो रही प्रदेश भर में मानसून की बारिश के बाद बिफरजोय तूफान से लबालब हुए नदी नाले तेज गति से आगे बढ़ रहे हैं, लूनी नदी में पानी की आवक के साथ सुकड़ी नदी का पानी भी तीव्र गति से लूनी नदी में सम्मिलित हो रहा है. सुकड़ी नदी जो मजल ढिंड्स होते हुए कोटडी के पास लूनी नदी में शामिल होती है, मजल ढिंड्स के बीच रपट पर तेज गति से पानी का वेग चल रहा है.
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1 सप्ताह में यह तीसरा बड़ा हादसा होते-होते टल गया गनीमत रही तीनों हादसों में कोई जनहानि नहीं हुई. वेग अधिक होना एवं रपट पर जवान की तैनाती नहीं करने के कारण बड़े वाहन चालक पानी का अंदाजा नहीं लगा पा रहे हैं, और निरंतर वाहन नदी के अंदर डाल रहे हैं. कृषि कुओं पर कार्य करते हुए लौटते वक्त ट्रैक्टर पलटने के बाद 2 दिन पूर्व सवारियों से भरी हुई मिनी निजी बस पलट गई 20 सवारियों की जान अटक गई गनीमत रही कि वहां मौजूद ग्रामीणों ने सभी सवारियों को सुरक्षित बाहर निकाला लिया.
क्रेन की मदद से बस को भी बाहर निकाल दिया गया लेकिन स्थानीय प्रशासन सिर्फ चेतावनी देकर खानापूर्ति करता हुआ नजर आया. बुधवार सुबह 7:00 बजे ग्रेनाइट पत्थरों से भरकर 3 ट्रेलर रपट के पास पहुंचे जिसके बाद धीरे-धीरे एक ट्रेलर रपट को पार करने लगा पानी का वेग तेज होने के कारण ट्रेलर पलट गया. ग्रामीणों की मदद से चालक को बाहर निकाला गया सूचना पर आनन-फानन में प्रशासन अपनी फजीहट होती देख मौके पर पहुंचा और तीनों चालकों को हिरासत में लिया.
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वहीं आवागमन बंद करवाया. सुकड़ी नदी में पानी की आवक के बाद मंजल, खरण्टिया, ढिंड्स, लाखेटा, कोटडी, मोतीसरा आदि गांव प्रभावित हैं जहां से आवागमन बंद हो गया है, समदड़ी करमावास रपट पर भी अधिक वेग होने से आवागमन बंद है. ऐसे में लापरवाही का नतीजा भारी पड़ सकता है.