अंतिम संस्कार के लिए 3 फीट गंदे पानी से अर्थी लेकर निकले ग्रामीण, प्लांट बना मुसीबत
सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के गंदे पाने से हालात यह हो गए हैं कि सोमवार को एक बुजुर्ग की मृत्यु होने पर अंतिम संस्कार के लिए भी लोगों को अर्थी लेकर करीब 3-3 फीट पानी के अंदर से गुजरकर श्मशान घाट जाना पड़ा.
Barmer: जिले की कुड़ला गांव में बने नगर परिषद के ट्रीटमेंट प्लांट का गंदा पानी लगातार ओवरफ्लो हो रहा है, जिसके चलते कई राजस्व गांवों के जाने वाले सभी रास्ते बंद हो गए हैं. सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के गंदे पाने से हालात यह हो गए हैं कि सोमवार को एक बुजुर्ग की मृत्यु होने पर अंतिम संस्कार के लिए भी लोगों को अर्थी लेकर करीब 3-3 फीट पानी के अंदर से गुजरकर श्मशान घाट जाना पड़ा.
बाड़मेर जिले के कुड़ला गांव निवासी रामसिंह की रवीवार को खेत में काम करते समय अचानक तबीयत बिगड़ गई थी, लेकिन रास्ते में चार चार फीट पानी होने के कारण एंबुलेंस नहीं पहुंच पाई और स्थानीय लोग पैदल ही गंदे पानी पारकर जिला अस्पताल पहुंचे. तब तक राम सिंह की मृत्यु हो गई. रविवार को घर से अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट के लिए रवाना हुए तो कंधो पर अर्थी लिए हुए परिवार और समाज के लोगों को करीब 3-3 फीट गंदे पानी के अंदर से गुजरना पड़ा. स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को अवगत करवा दिया है, लेकिन उसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.
सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट हुआ ओवरफ्लो
इस बार बारिश ज्यादा होने के चलते सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट पूरी तरह से ओवरफ्लो हो गया है. सभी रास्ते गंदे पानी से जाम होने के चलते बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. आए दिन गंदे पानी में बच्चों के डूबने का भी खतरा मंडरा रहा है. और किसानों के खेतों में खड़ी हजारों बीघा फैसले भी पूरी तरीके से इस गंदे पानी से बर्बाद हो गई है. इतना ही नहीं, सीवरेज प्लांट को संचालित करने के लिए बनाया गया प्रशासनिक भवन के चारों ओर से गंदे पानी से घिर गया है उसमें जाने के लिए भी रास्ता नहीं है. पास में ही बने पानी के जीएलआर और विश्राम गृह भी ट्रीटमेंट प्लांट के गंदे पानी से घिरे हुए नजर आ रहे हैं.
Reporter- Bhupesh Acharya
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