Bharatpur: जनाना अस्पताल में नवजात शिशु सौंपने से पहले प्रसूता के परिजन से नर्सिंग स्टाफ रुपए हड़प रहा है जिसका वीडियो भी वायरल हो रहा है. विगत दिन जनसुनवाई में केदार नाम के एक व्यक्ति ने जिला कलेक्टर को शिकायत दर्ज कराते हुए वीडियो सौंपा था. जिसमें नवजात शिशु परिजनों को हवाले करने से पहले नर्सिंग स्टाफ रुपए लेने के लिए दबाव बना रहा है.


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प्रसूता के परिजनों से रुपये लेत हुए नर्सिंग स्टाफ कैमरे में कैद 
नवजात शिशु हवाले करने से पहले प्रसूता के परिजनों से ₹ 700 लेते हुए नर्सिंग स्टाफ कैमरे में कैद हो गया. शिकायतकर्ता केदार की पत्नी के डिलीवरी विगत 8 सितंबर को जनाना अस्पताल में हुई थी. जब परिजन प्रसूता नवजात शिशु को ले जाने लगे तो वहां नर्सिंग स्टाफ की तीन नर्सिंग कर्मियों ने परिजनों से ₹700 लेने के लिए दबाव डाला. वीडियो में देखा जा सकता है कि प्रसूता के परिजन नर्सिंग स्टाफ को ₹700 दे रहे हैं.


3 नर्सिंग स्टाफ निलंबित 
प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ जिज्ञासा साहनी ने बताया कि पीड़ित पक्ष ने कलेक्टर को शिकायत दर्ज कराई थी वीडियो भी सामने आया था. कार्यवाही करते हुए 3 नर्सिंग स्टाफ को निलंबित कर दिया गया है. जनाना अस्पताल स्वास्थ्य केंद्र भरतपुर में कार्यरत नर्सिंग स्टाफ द्वारा प्रसव कराने के लिए खुलेआम प्रसूता के परिजनों से घूस लेने का वीडियो वायरल होने के बाद अस्पताल में हड़कंप मचा हुआ है. विभाग ने मामले की जांच करने के बाद 3 नर्सिंग स्टाफ को दोषी पाया गया. जनाना अस्पताल में विशेषज्ञ डाक्टरों के अभाव में मरीजों को चिकित्सकीय सुविधा न के बराबर है लेकिन भ्रष्टाचार के मामले में यह अस्पताल हमेशा चर्चा में रहता है.कार्यरत स्टाफ नर्सें बिना सुविधा शुल्क लिए किसी भी महिला का प्रसव नहीं कराती हैं.


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अस्पताल में भ्रष्टाचार के कई मामले
जांच के नाम पर उच्चाधिकारी सिर्फ खानापूर्ति करके मामले को रफा-दफा कर देते हैं. अब जो वीडियो सामने आया है उसमें केंद्र पर कार्यरत स्टाफ प्रसव कराने को लेकर प्रसूता के परिजनों से खुलेआम पैसे की मांग कर रही है. पैसा लेते हुए वीडियो वायरल होने के बाद मामले को रफा-दफा करने के लिए कुछ लोग सक्रिय हो गए थे. वायरल वीडियो में घूस लेती एक स्टाफ नर्स का यह कोई नया मामला नहीं है.


इससे पहले भी अस्पताल में भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आये हैं. इस संबंध में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी इंचार्ज डॉ जिज्ञासा साहनी ने बताया किपीड़ित पक्ष ने कलेक्टर को शिकायत दर्ज कराई थी. मामले में जांच के बाद कार्रवाई करते हुए 3 नर्सिंग स्टाफ को निलंबित कर दिया गया है.


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