Bharatpur Crime : अलवर में 600 गायों का कत्ल और होम डिलीवरी के बाद... भरतपुर में मिले सौ के करीब मृत गौ वंश
Bharatpur Crime : राजस्थान के अलवर में 600 गायों का कत्ल और होम डिलीवरी के खुलासे और कार्रवाई के बाद एक और बड़ा मामला भरतपुर के डीग जिले के कामां से सटे हरियाणा से आ रही है. जहां सैकड़ों की संख्या में मृत गौवंश मिले है.
Bharatpur Crime : राजस्थान के अलवर में 600 गायों का कत्ल और होम डिलीवरी के खुलासे और कार्रवाई के बाद एक और बड़ा मामला भरतपुर के डीग जिले के कामां से सटे हरियाणा से आ रही है. जहां सैकड़ों की संख्या में मृत गौवंश मिले है.
अलवर के बीहड़ में सालों से चल रही बीफ मंडी पर राजस्थान की भजनलाल सरकार की कार्रवाई चल ही रही है उसके बाद एक और सनसनीखेज मामले ने गौसेवकों की चिंता बढ़ा दी है.
यहां डीग नहर में पानी के साथ आए करीब 100 मृत गाय-बछड़े मिले हैं. गौ सेवकों ने मौके पर पहुंच कर प्रशासन को सूचना दी. जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने गोवंश को निकालने का काम शुरू किया.
ये पूरा मामला कामां क्षेत्र की गुडगांवा कैनाल का है. गुडगांव कैनाल के पानी में सैकड़ों की संख्या में मृतक गौवश बहकर आ गए. कामां थाने के गांव कलावटा के पास जब ग्रामीणों व गौरक्षकों को पानी में तैरते हुए मृत गोवंश दिखे तो उनमें आक्रोश छा गया. इसके बाद पुलिस और प्रशासन को सूचना दी गई.
पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने नगर पालिका कामां व सिंचाई विभाग की जेसीबी की सहायता से रेस्क्यू कार्य शुरू कर दिया. मृत गोवंश को पानी से निकलवाकर दफनाने की क्रिया शुरू कर दी. अब तक करीब 20 से अधिक मृत गोवंश को पानी से निकलवा कर दफनाया जा चुका है. गौरक्षक निरंजन शर्मा ने बताया कि कई वर्षों से हरियाणा बॉर्डर की चैन संख्या 36 पर लोहे का जाल लगवाने की मांग की जाती रही है लेकिन सरकार द्वारा अभी तक इसे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है. जिसके चलते आए दिन गुडगांवा कैनाल के पानी मे मृत गोवंश बहकर राजस्थान आते रहते हैं.
यहीं नही गौरक्षक निरंजन शर्मा ने राज्य के गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम के उस बयान पर भी सवाल उठाए है. जब उन्होंने कहा था कि गाय की पूंछ उखाड़ने वाला भी सलाखों के पीछे जाएगा लेकिन यहां पानी मे मृत गौवंश आने का सिलसिला नहीं रुक रहा है.
अलवर बीफ मंड़ी को लेकर किशनगढ़बास थाने के पुलिसकर्मियों को पूरी खबर थी, उनकी मिलीभगत भी थी. जिसेक बाद भजनलाल सरकार ने कार्रवाई करते हुए पुलिस अधिकारी को भी सस्पेंड कर दिया. वहीं मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया कि मांस और खाल बेचकर यहां के कुछ लोग महीने में 4 लाख से ज्यादा तक की कमाई कर रहे थे.
अब सवाल यह भी है कि क्या भरतपुर के डीग जिले के कामां में मिले 100 मृत गायें मांस और खाल बेचने का ईरादा था. क्या अलवर में हुई कार्रवाई के बाद गौ वंश के हत्यारों ने भजनलाल सरकार के ऐक्शन के बाद इन्हें नगर में फेंक दिया. इस मामले में जांच के बाद ही ये खुलासा होगा.