Bharatpur news: अब मूर्तियों के सहारे नाराज मतदाताओं को साधने की कोशिश की जा रही है. नदबई नगरपालिका के सरकारी फंड के सहारे कस्बे के प्रमुख चौराहों पर विभिन्न समाजों के महापुरुषों की मूर्तियां  को लगाना प्रस्तावित किया गया,लेकिन मूर्ति लगने से पहले ही विवाद शुरू हो गए है. 


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मामला नदबई के बैलारा चौराहे पर महाराजा सूरजमल के स्थान पर डॉ भीमराव अंबेडकर मूर्ति लगाने के  विरोध से शुरू हुआ. इस मामले को लेकर पंचायत समिति उप प्रधान भूपेन्द्र, पंचायतीराज, जन प्रतिनिधियों और जाट समाज के लोगों के साथ धरने पर बैठे थे. इन्हें नदबई एसडीएम सहित पुलिस के अफसर समझाइश को पहुंचे ,लेकिन गतिरोध जारी रहा. 


प्रशासनिक अफसर जुटे समझाइश


नदबई में मूर्ति विवाद पर उप प्रधान भूपेन्द्र सिंह का ने कहा कि हम किसी धर्म और जाती के खिलाफ नहीं है , हम अम्बेडकर भवन के लिये पंचायत समिति की तरफ से दिए 1 करोड़ 20 लाख, की राशि का धन्यवाद करते हुए बाबा साहब का भी जाट समाज सम्मान करता है . यहां उनकी मूर्ती लगाने का  विरोध नहीं कर रहे है.  हम विरोध इस बात का  कर रहे है कि कस्बे के प्रवेश द्वार पर बैलारा चोरहे पर  महाराजा सूरजमल की मूर्ति लगे. साथ ही दूसरे मार्ग पर  बाबा साहब की मूर्ति लगे, लेकिन क्षेत्र के बड़े राजनेता दोनों जातियों के लोगो को भड़का  कर अपनी राजनैतिक रोटी सेंकने में लगे हैं,.


महाराजा सूरजमल किसी एक जाति के नही सभी धर्मों व 36 कौम के शासक,इससे आपसी भाईचारे को समाप्त करने की कवायद,नगर पालिका प्रशासन द्वारा लगाई जा रही है मूर्तियां,,इससे आपसी भाईचारे को समाप्त करने की कवायद,नगर पालिका प्रशासन के जरिए की  जा रही है मूर्तियां,लेकिन सबसे पहले बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति लगाकर एससी मतदाताओं को साधने की कवायद के आरोप नदबई विधायक जोगिन्दर अवाना पर लग रहे है. वह बसपा की टिकट पर नदबई से चुनाव जीते थे. लेकिन बाद में बसपा छोड़ कांग्रेस में  शामिलहो गए. ऐसे में मूर्ति पोलटिक्स के सहारे नाराज मतदाताओं को साधने की कोशिश की जा रही  है. 


बता दें कि नदबई विधानसभा सीट पर जाट समाज के बाद दूसरे नम्बर पर एससी मतदाता है ,जो बसपा छोड़ने और बसपा सुप्रीमो मायावती के खिलाफ गलत बयानबाजी से नाराज  है. इसलिए विधायक की तरफ से सबसे पहले इसी वर्ग को हे साधने की कोशिश की जा कही है . गौरतलब है कि 14 अप्रैल को अम्बेडकर  जयंती  है . इस दिन  मूर्ति लगना  प्रस्तावित है. 


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