Bharatpur News : भरतपुर में जाहरवीर बाबा के मंदिर की दीवार हटाने को लेकर हंगामा, लोगों ने लगाया जाम
Bharatpur News : भरतपुर में कुम्हेर गेट पर स्थित जाहरवीर बाबा के मंदिर की चारदीवारी को हटाने की कार्रवाई के बाद मंगलवार को हंगामा हो गया. प्रशासन बुलडोजर लेकर मौके पर पहुंचा और चारदीवारी को हटाना शुरू कर दिया. लोगों ने आस्था आहत होने की बात कहते हुए विरोध-प्रदर्शन किया और जाम लगा दिया.
Bharatpur : भरतपुर में कुम्हेर गेट पर स्थित जाहरवीर बाबा के मंदिर की चारदीवारी को हटाने की कार्रवाई के बाद मंगलवार को हंगामा हो गया. प्रशासन बुलडोजर लेकर मौके पर पहुंचा और चारदीवारी को हटाना शुरू कर दिया. लोगों ने आस्था आहत होने की बात कहते हुए विरोध-प्रदर्शन किया और जाम लगा दिया. बुलडोजर चलने के दौरान लोगों ने आरती शुरू कर दी.
इससे प्रशासन को बैकफुट पर आना पड़ा. रात साढ़े 11 बजे तक एडीएम श्वेता यादव के साथ वार्ता हुई, इसमें सहमति बनी कि प्रस्तावित फ्लाई ओवर की ऊंचाई के अनुसार निर्धारित मापदंडों के तहत मंदिर का निर्माण रहेगा. अगर 28 तक तय नहीं किया गया तो आंदोलन फिर से शुरू किया जाएगा. इसके बाद एडीएम लौट गईं.
हाल ही में एसडीएम ने पत्र जारी कर मंदिर की ऊंची चारदीवारी हटाने के लिए अध्यक्ष मंदिर बाबा जाहरवीर जी कमेटी को पत्र लिखा था. इसको लेकर मंगलवार को मंदिर से जुड़े लोग एसडीएम से मिले और अपनी बात रखी, लेकिन एसडीएम ने अनसुनी कर दी. इस दौरान विरोध के स्वर भी मुखर हुए. शाम को प्रशासनिक अधिकारी पुलिस बल लेकर मंदिर पर पहुंचे और बुलडोजर चला दिया. इस दौरान मंदिर का काफी हिस्सा गिरा दिया गया. इस बीच यहां लोग एकत्रित हो गए और विरोध शुरू कर दिया. शाम करीब सात बजे लोगों ने यहां आरती शुरू कर दी. इसके बाद प्रशासनिक अधिकारी कार्रवाई रोककर वहां से बैरंग लौट गए. लोगों ने इसके बाद प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया और जाम लगा दिया. लोगों ने सड़क पर टायर भी जला दिए.
लिखा था एसडीएम ने पत्र
एसडीएम रवि कुमार आईएएस की ओर से लिखे गए पत्र में कहा है कि कुम्हेर गेट स्थित बाबा जाहरवीर जी चारदीवारी कुछ समय पूर्व कराई गई है और वर्तमान कार्य जारी है. मंदिर की ऊंची चारदीवारी के कारण मंदिर के चारों ओर की सडकों पर आवागमन दृष्टिबाधित होता है. इससे दुर्घटनाओं की आशंका बनी हुई है. ऐसे मंदिर के चारों ओर ऊंची अपारदर्शी चारदीवारी को हटाया जाकर सुरक्षा के लिए मात्र ऐसी संरचना निर्मित की जाए, इससे आरपार देखा जा सके और दुर्घटना की आशंका समाप्त हो जाए. मंगलवार सुबह एसडीएम कार्यालय से कुछ लोग पहुंचे और चारदीवारी को हटाने को कहा. इस पर मंदिर के जुड़े लोग एकत्रित होकर एसडीएम से मिले और अपनी बात कही.
लोगों ने ये दिए तर्क
जिला कलक्टर के नाम मंदिर से जुड़े भक्त एवं अन्य लोगों ने दिए पत्र में कहा कि बाबा जाहरवीर जी का मंदिर करीब 200 साल पुराना है. यहां हजारों श्रद्धालु दर्शनों के लिए आते हैं. भक्तों की ओर से ही मंदिर का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है, जो सडक़ से पांच फीट नीचे है. उसको सडक़लेबल से कराया जा रहा है, क्योंकि बारिश के दिनों में यहां पानी भर जाता है. लोगों को परेशानी होती है. साथ ही महिलाएं बेअदब होती हैं.
इस मंदिर को उसी स्थान पर बनाया जा रहा है. पत्र में यह भी दावा किया गया है कि यहां किसी भी प्रकार का अतिक्रमण नहीं किया जा रहा है. लोगों ने जिला कलक्टर से मंदिर को नहीं तोडऩे की गुहार लगाई. खास बात यह है कि नगर विकास न्यास की ओर से यहां निर्माण के लिए भवन निर्माण की स्वीकृति दी थी. यूआईटी ने जारी की गई स्वीकृति में लिखा कि मानचित्र में वर्णित शर्तों के अनुसर भवन निर्माण की स्वीकृति केवल धार्मिक प्रयोजन के लिए दी जाती है, जो रिहायशी प्रयोजनार्थ होगी.