मेडिकल क्षेत्र का हब बना भरतपुर, 8 करोड़ की लागत से बनेगा कैथ लैब - डॉ सुभाष गर्ग
डॉ गर्ग ने आज zee media से बातचीत करते हुए दावा किया है कि भरतपुर मेडिकल के हब के रूप में विकसित हो रहा है. मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग बताया कि अब तक भरतपुर क्षेत्र के हार्ट रोगी एंजीयोग्राफी और स्टेंट डलवाने के लिए जयपुर अथवा अन्य बडे़ शहरों में जाते थे. जिससे उन्हें काफी परेशानी होती थी.
भरतपुर: चिकित्सा के क्षेत्र में भरतपुर को नई नई सौगाते मिलने का क्रम जारी है. इसी क्रम में क्षेत्रीय विधायक एवं तकनीकी शिक्षा और आयर्वेद राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने भरतपुर मेडीकल कॉलेज को कैथ लैब स्थापित करने के लिए 8 करोड़ रुपये स्वीकृत कराये गए हैं. इस लैब के बनने के बाद भरतपुर में ही हार्ट रोगियों की एंजीयोग्राफी और स्टेंट डालने की प्रक्रिया प्रारंभ हो जायेगी.
भरतपुर में कैथ लैब बनने के बाद हार्ट के रोगियों को मिलेगा लाभ
डॉ गर्ग ने आज zee media से बातचीत करते हुए दावा किया है कि भरतपुर मेडिकल के हब के रूप में विकसित हो रहा है. मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग बताया कि अब तक भरतपुर क्षेत्र के हार्ट रोगी एंजीयोग्राफी और स्टेंट डलवाने के लिए जयपुर अथवा अन्य बडे़ शहरों में जाते थे. जिससे उन्हें काफी परेशानी होती थी किन्तु कैथ लैब भरतपुर में बनने के बाद यह सुविधा स्थानीय स्तर पर ही मिलना प्रारंभ हो जायेगी जिसका फायदा भरतपुर के साथ साथ आस पास के जिलों के रोगियों को भी मिलेगा.
क्या कहा मंत्री डॉ सुभाष गर्ग ने
कैथ लैब के लिए स्वीकृत राशि में से 6.5 करोड़ रुपये मशीनों की उपलब्धता एवं करीब 1.5 करोड रुपये अन्य संसाधनों पर व्यय किये जायेंगे. मंत्री डॉ. गर्ग ने बताया कि कैथ लैब लगने की प्रक्रिया में करीब 6 माह का समय लगेगा.
ये भी पढ़ें- राम मंदिर के लिए बंसी पहाड़पुर का पत्थर मिलेगा जल्द, जानें क्यों?
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को दी बधाई
मंत्री गर्ग ने नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टर्स से अपील की है कि जिस तरह कोरोना में बहेतर प्रबंधन भरतपुर के डॉक्टर्स ने किया वह आगे भी ऐसा ही काम करेंगे. जिससे मरीजों को फायदा मिल सके. गर्ग ने कहा कि राजस्थान के मेडिकल मॉडल की पक्ष ही नहीं विपक्ष भी तारीफ कर रहा है. इसके लिये मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बधाई के पात्र हैं. उनके विजन से ही आज मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना से आमजन लाभान्वित हो रहा है.