भरतपुर के बंशीपहाड़पुर में खनन शुरु करने के लिए 12 मंशापत्र धारकों को स्टेट लेवल एनवायरमेंट इंपैक्ट एसेसमेंट अथॉरिटी ने बुधवार को एनवायरमेंट क्लीयरेंस जारी कर दी है. इससे 12 खनन पट्टाधारी इस महीने के अंत तक खनन कार्य शुरू कर सकेंगे. शेष बचे मंशा धारकों को इस माह के अंत तक और अगले माह के पहले पखवाड़े तक एंवायरमेंट क्लीयरेंस मिलने की संभावना है.
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Bharatpur: भरतपुर के बंशीपहाड़पुर में खनन शुरु करने के लिए 12 मंशापत्र धारकों को स्टेट लेवल एनवायरमेंट इंपैक्ट एसेसमेंट अथॉरिटी ने बुधवार को एनवायरमेंट क्लीयरेंस जारी कर दी है. इससे 12 खनन पट्टाधारी इस महीने के अंत तक खनन कार्य शुरू कर सकेंगे. शेष बचे मंशा धारकों को इस माह के अंत तक और अगले माह के पहले पखवाड़े तक एंवायरमेंट क्लीयरेंस मिलने की संभावना है. इससे अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के लिए पत्थर वैध रूप से मिल सकेंगे.
अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रयासों से बंशी पहाड़पुर खनन क्षेत्र ब्लॉक ए और बी सुखासिला एवं कोट क्षेत्र को बंध बारेठा वन्यजीव अभयारण्य क्षेत्र से बाहर करवाया गया. उसके बाद केंन्द्र सरकार के वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने भरतपुर के बंशीपहाड़पुर में खनिज सेंड स्टोन के खनन के लिए वन भूमि के डायवर्जन की प्रथम स्तरीय स्वीकृति जारी की. भारत सरकार की स्वीकृति के साथ ही राज्य के माइंस विभाग ने बंशीपहाड़पुर में खनन ब्लॉक तैयार कर इनका नीलामी किया.
अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस डॉ. सुबोध अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत ने देश भर में बंशीपहाड़पुर के गुलाबी और लाल पत्थर की मांग को देखते हुए यहां हो रहे अवैध खनन को रोककर वैध खनन की अनुमति के लिए सभी संभावित प्रयास करने के निर्देश दिए थे. उसी का परिणाम है कि इस क्षेत्र को वन्यजीव अभयारण्य क्षेत्र से बाहर करने और वन भूमि के डायवर्जन की अनुमति के बाद विभाग द्वारा 41 प्लॉटों की ई-नीलामी की कार्रवाई की गई. यहां के पत्थर की राम मंदिर निर्माण में मांग को देखते हुए इस क्षेत्र में वैध माइंनिग शुरु करवाना राज्य सरकार के लिए संवेदनशील रहा है.
डा. अग्रवाल ने कहा कि कलस्टर क्लीयरेंस प्राप्त की गई. अब 41 मंशाधारकों में से 12 मंशाधारकों को आज एसईआईएए द्वारा पर्यावरणीय क्लीयरेंस जारी कर दी गई है. उन्होंने बताया कि इस माह के अंत और जून के पहले पखवाड़े तक बाकी बचे मंशाधारकों को भी एंवायरमेंट क्लीयरेंस मिल जाने की संभावना है.
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इसके साथ ही इन 12 खानों में खनन कार्य 10 से 15 दिनों में शुरु हो सकेगी. वहीं बकाया मंशाधारकों को भी क्लीयरेंस मिलते ही खनन कार्य आरंभ हो जाएगा. इससे राम मंदिर सहित अन्य स्थानों के लिए वैध तरीके से पत्थर मिल सकेगा. वहीं क्षेत्र के हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिल सकेगा.
Report- Vishnu Sharma