Rajasthan News: भरतपुर की रुदावल C.H.C (Community Health Center) में एक लापरवाही का मामला सामने आया है. जब एक व्यक्ति अपनी भतीजी के इलाज के लिए उसे अस्पताल लेकर पहुंचा तो, वहां मौजूद नर्सिंगकर्मी ने उसे यह कहकर वहां से लौटा दिया कि अस्पताल में टांके लगाने के लिए सुई-धागा नहीं है. इसलिए वह टांके नहीं लगा सकते हैं. वह बच्ची को भरतपुर RBM अस्पताल ले जाएं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


कलेक्टर, SDM और BCMO से की पीड़ित ने शिकायत



पीड़ित व्यक्ति ने इसकी शिकायत विधायक, कलेक्टर, SDM और BCMO से की है. पीड़ित सतीश निवासी रुदावल ने शिकायत देते हुए बताया,'' मेरी भतीजी शनिवार को  दोपहर करीब 2 बजे खेलते समय अचानक गिर गई. जिससे उसकी नाक और आंख में चोट आई.



उसे इलाज के लिए रुदावल CHC पर ले जाया गया. अस्पताल में मुकेश नाम का एक नर्सिंगकर्मी मिला. जिसने बच्ची को देखकर कहा कि, हमारे पास टांके लगाने के लिए सुई धागा नहीं है इसलिए बच्ची को भरतपुर ले जाओ. रुदावल में बच्ची को कोई प्राथमिक उपचार नहीं दिया गया. जिसके बाद सभी परिजन बच्ची को लेकर भरतपुर RBM अस्पताल पहुंचे.''



पीड़ित ने बताया कि भरतपुर RBM अस्पताल में बच्ची का इलाज किया गया. RBM अस्पताल के स्टाफ ने बच्ची के परिजनों से कहा कि उन्होंने रुदावल अस्पताल में बच्ची का प्राथमिक उपचार क्यों नहीं करवाया? बच्ची को भरतपुर के RBM अस्पताल ले जाने के लिए रुदावल अस्पताल की तरफ से एम्बुलेंस की व्यवस्था भी नहीं करवाई गई इसलिए बच्ची के परिजन किराए पर गाड़ी कर उसे RBM अस्पताल लेकर आये.



पीड़ित सतीश ने बताया कि शनिवार दोपहर करीब 2 बजे उसी भतीजी खेलते हुए गिर गई, उसका मुंह स्टील के टिफिन पर लगा जिससे उसकी नाक और आंख के ऊपर चोट आई. जिसके बाद वह बच्ची को अस्पताल ले जाने के लिए घर से निकला. मामले की जांच की जा रही है.