Jat Reservation: धौलपुर-भरतपुर जाट आरक्षण पर कल दिल्ली में अहम वार्ता होने वाली है.लेकिन उसे पहले ही जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने सीएम भजनलाल शर्मा का आभार जताया है.संघर्ष समिति के नेता बोले सीएम को देता है जाट समाज बहुत धन्यवाद. 


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दरअसल, भरतपुर और धौलपुर की जाटों की आरक्षण की मांग वर्ष 1998 से चल रही है.केंद्र में मनमोहन की सरकार ने वर्ष 2013 में भरतपुर और धौलपुर के जाटों सहित अन्य नौ राज्यों के जाटों को केंद्र में ओबीसी का आरक्षण दिया था,जिसको अगस्त 2015 में भरतपुर और धौलपुर की जाटों का केंद्र और राज्य में ओबीसी का आरक्षण खत्म कर दिया गया था. जिस कारण आरक्षण की मांग को लेकर भरतपुर और धौलपुर के जाट प्रर्दशन कर रहे हैं. 



जाटों की मांग है कि पूरे प्रदेश में जाटों को आरक्षण का लाभ मिल रहा है लेकिन भरतपुर और धौलपुर के जाटों का आरक्षण का लाभ नहीं मिल रहा. जिसको लेकर जाट समाज ने कुछ दिन पहले आंदोलन किया था. 


जिसको पुलिस और नेताओं ने यह कह कर सूलझा दिया की इसको लेकर केंद्र में बात होगी. जिसके बाद वह दिन भी आ गया. जब कल दिल्ली में ओबीसी आयोग के साथ टेबल टॉक होगी. जिसको लेकर जाट समाज ने कहा कि सीएम शर्मा के सकारत्मक प्रयास के चलते   यह हो सका है. 



संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह फौजदार ने कहा राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जी को हम धन्यवाद देते हैं जिन्होंने 25 साल से जाट समाज के युवाओं के साथ हो रहे अन्य को गंभीरता से लिया और गांधीवादी आंदोलन की गंभीरता समझी जाट समाज भी पहली बार इतने लंबे आंदोलन में गंभीरता और धैर्य का परिचय देने में कसौटी पर खड़ा उतरा है.



 दूसरे दौर की वार्ता 13 फरवरी को 2:00 बजे दिल्ली में होगी गिर्राज महाराज की कृपा से निश्चित तौर पर जाट समाज ने सच्चाई और न्याय नीति से जो आंदोलन किया है इसका सकरात्मक परिणाम सामने आएगा.अब ऐसे में देखना होगा कि केंद्र से जाटों को कितनी और कब तक राहत मिल पाएगी.


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