Bharatpur: राजस्थान के भरतपुर नगर निगम क्षेत्र की सफाई व्यवस्था निजी कम्पनी के हाथों में दी गई है. नगर निगम में सफाई व्यवस्था में लगे अस्थाई सफाई कर्मचारी निजी कंपनी का लगातार विरोध कर रहें हैं. 30 जून से अस्थाई कर्मचारियों की हड़ताल के कारण शहर में कूड़े के ढेर लग रहे हैं. भरतपुर शहरवासी नरकीय जीवन जीने को मजबूर है लेकिन नगर निगम प्रशासन द्वारा कोई भी इंतजाम नहीं किये गए है.


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नगर निगम में कांग्रेस का बोर्ड है भाजपा के पार्षदों ने दो दिन पहले मेयर को ज्ञापन देकर बोर्ड की बैठक बुलाने की मांग की थी लेकिन उस पर अभी कोई भी विचार नहीं किया गया है. आज भाजपा के द्वारा नगर निगम गेट के सामने सद्बुद्धि यज्ञ किया गया. नगर निगम के मेयर और आयुक्त सहित के कर्मचारियों को सद्बुद्धि दे भगवान जिससे शहर में जो गंदगी का आलम है. शहरवासी नारकीय जीवन जीने को मजबूर है उससे लोगों को छुटकारा मिल सके.


भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष गिरधारी तिवारी ने बताया की विगत सात दिन से भरतपुर शहर सड़ रहा है. नगर निगम के आयुक्त और नगर निगम के मेयर यह भ्रष्टाचार में लिप्त है. सालान आठ करोड़ का ठेका 21 करोड़ में दिया है. इसके बावजूद भी अस्थाई कर्मचारियों को न्यूनतम मजदूरी नहीं दी जा रही है.


 आज पूरा भरतपुर शहर सड़ रहा है. ऊपर से बरसात का मौसम है न तो नालों की सफाई कराई गई है, पुरे शहर में गंदगी के ढेर लगे हुए है. गंदगी से महामारी फैलने का खतरा मंडरा रहा है. शहर में मौसमी बीमारियां फैल रही है. आज नगर के मेयर और आयुक्त को सद्बुद्धि देने के लिये यज्ञ किया गया है.जिससे भरतपुर में जो गंदगी के ढेर लगे है उनसे लोगों को निजात मिले.


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अगर दो दिन में इस समस्या का कोई समाधान नहीं होता है तो ढोल मजीरा बाद्यंत्रों से इनको नींद से जगाने का काम किया जायेगा. उसके बाद भी नहीं जगे तो नगर निगम आयुक्त और भरतपुर के विधायक और मंत्री के घर पर प्रतीकात्मक अपने -अपने घरों से 65 वार्डों से कूड़ा लेकर इनके घरों पर डाला जायेगा अगर सात दिवस में कोई समाधान नहीं होगा तो इनके घरों के सामने कूड़े के ढेर लगाए जायेंगे.


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