Bharatpur: बीते दिन भरतपुर में विशेष न्यायाधीश विजिलेंस जितेन्द्र सिंह गुलिया (Jitendra Singh Gulia )  और उनके दो साथियों के खिलाफ सातवीं कक्षा के एक बच्चे के साथ यौन दुराचार से जुड़ा मामला सामने आया. इस घटना की खबर सामने आते ही चारों ओर हड़कंप मच गया है.


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ACB जज और उसके अन्य दो अधिकारियों ने मिलकर न सिर्फ बच्चे के साथ अप्राकृतिक मैथुन किया बल्कि जब पीड़ित के परिवारवालों ने इसका विरोध किया तो जज और डीएसपी ने उन्हें धमकाया. पीड़ित परिवार ने यह भी आरोप लगाया कि  न्यायाधीश ने बच्चे को जान से मारने की धमकी दी थी. इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि जो तेरे साथ किया वह तेरी मां के साथ भी कर दूंगा और सभी को जेल भेज दूंगा. इसलिए इस मामले के बारे में किसी को मत बताना. 


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वहीं मामला सामने आते ही तुरंत प्रभाव से राजस्थान सिविल सर्विस 1958 के रूल्स 13 के तहत आदेश जारी कर दिया गया है. जज और DSP दोनों को निलंबित कर दिया गया और जिला प्रशासन को निष्पक्ष जांच का निर्देश दिया गया है. इसके साथ ही बाल कल्याण समिति को भी जांच का निर्देश दिया गया. वहीं अब परेमेश्वर लाल यादव डीएसपी और जज के बीच फोन पर बातचीत का एक ऑडियो वायरल हो रहा है. कैसे उसने एसीबी भरतपुर चोकी प्रभारी परमेश्वर लाल यादव को फोन कर बुलाया वो सुनिए.


बाल आयोग अध्यक्ष ने मांगी रिपोर्ट
बाल कल्याण समिति ने अपनी रिपोर्ट बाल आयोग को भेजी है और मामले में अधिकारियों को निष्पक्ष रूप से जांच करने के निर्देश दिए हैं. बाल कल्याण समिति और पुलिस पीड़ित बच्चे का मेडिकल बोर्ड से मेडिकल कराया जा चुका है. वहीं पूरे मामले में अब बाल आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने भी विभाग से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है.