कुम्हेर में हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ शपथ लेकर दूल्हा-दुल्हन का धर्म परिवर्तन, VHP ने दी आंदोलन की चेतावनी
कुम्हेर में सामूहिक विवाह समारोह में हिन्दू देवी देवताओं के विरुद्ध शपथ लेकर धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है. समारोह में शपथ दिलाई गई कि मैं ब्रहम्मा, विष्णु, महेश को कभी ईश्वर नहीं मानूंगा. ना ही इनकी पूजा करूंगा. मैं राम को ईश्वर नहीं मानूंगा और न ही पूजा करूंगा.
Bharatpur News: कुम्हेर में सामूहिक विवाह समारोह में हिन्दू देवी देवताओं के विरुद्ध शपथ लेकर धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है. इतना ही नहीं इस समारोह में नव विवाहित जोड़ों को हिंदू देवी-देवताओं की पूजा नहीं करने को लेकर शपथ दिलाई गई. जानकारी के अनुसार रविवार को सामूहिक विवाह सम्मेलन में 11 जोड़ों का सामूहिक विवाह करवाया गया. इस मौके पर नव विवाहित जोड़ों का सामूहिक रूप से धर्म परिवर्तन करवाया गया. इन्होंने हिंदू धर्म त्यागकर बौद्ध धर्म को ग्रहण किया. सभी को हिंदू धर्म त्यागकर बौद्ध धर्म अपनाने की शपथ दिलाई गई.
समूचे घटनाक्रम पर एएसपी का बयान आया सामने
इधर, विश्व हिंदू परिषद सहित अन्य संगठनों ने इस शपथ पर नाराजगी जताते हुए आंदोलन करने की चेतावनी दी है. मामले की गंभीरता को देख कुम्हेर थाना पुलिस ने आयोजक को नोटिस जारी किया है. साथ ही आयोजन की अनुमति को लेकर जानकारी मांगी है. समूचे घटनाक्रम पर एएसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय का बयान आया है. उन्होंने कहा कि सामूहिक विवाह समारोह में धर्म परिवर्तन नहीं हुआ है. जिन लोगों की शादी हुई उनसे पुलिस ने बात की.
पुलिस को उन्होंने बताया कि सिर्फ बौद्ध धर्म की शपथ ली गई. शादी करने वाले लोगों ने धर्म परिवर्तन करने से इनकार किया है. शादी करने वाले लोगों ने कहा कि अपनी मर्जी से हमने शपथ ली है. किसी ने कोई दबाब या प्रलोभन नहीं दिया है. हमलोगों ने सन्त रविदास की शपथ ली है. इस मौके पर बौद्ध धर्म के प्रमुख संत रविदास और सेवा समिति के पदाधिकारी मौजूद थे.
धर्म परिवर्तन से जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी वायरल
बता दें कि धर्म परिवर्तन से जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी वायरल हो रहा है. इस पूरे मामले में विहिप ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. वहीं, प्रशासन इस तरह की शपथ दिलाए जाने की जानकारी होने से इनकार कर रहा है. हालांकि सामूहिक विवाह सम्मेलन में उपखंड अधिकारी सहित कुछ अन्य अफसर शामिल हुए थे लेकिन उनके जाने के बाद शपथ दिलाने की बात सामने आई है.
ये शपथ दिलाई गई
समारोह में शपथ दिलाई गई कि मैं ब्रहम्मा, विष्णु, महेश को कभी ईश्वर नहीं मानूंगा. ना ही इनकी पूजा करूंगा. मैं राम को ईश्वर नहीं मानूंगा और न ही पूजा करूंगा. मैं गौरी, गणपति आदि हिंदू धर्म के देवी-देवताओं को ईश्वर नहीं मानूंगा तथा आज से मैं बुद्ध की पूजा करूंगा. ईश्वर ने अवतार लिया है, जिस पर मेरा विश्वास नहीं है. मैं ऐसी प्रथा को पागलपन और असत्य समझता हूं. मैं कभी पिंड दान नहीं करूंगा. मैं बौद्ध धर्म के विरोध में कभी कोई बात नहीं करूंगा. यह शपथ बौद्ध धर्म के लोगों ने दिलवाई. सोमवार शाम को इस पूरे घटनाक्रम का खुलासा होने के बाद विश्व हिंदू परिषद सहित अन्य संगठनों ने इस शपथ पर नाराजगी जताकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर जांच कराने की मांग की.
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धर्म परविर्तन की घटनाएं
उधर, कुम्हेर की उपखंड अधिकारी वर्षा मीणा ने कहा कि मुझे कार्यक्रम की जानकारी नहीं है. उल्लेखनीय है कि पिछले दो महीने में जयपुर, अलवर और भीलवाड़ा जिलों में धर्म परविर्तन की घटनाएं तेजी से बढ़ी है.
विहिप ने जताया विरोध
विश्व हिंदू परिषद के भरतपुर जिला अध्यक्ष लाखन सिंह ने कहा कि इस तरह से धर्म परिवर्तन करवाना सरासर गलत है. इस शादी समारोह में अधिकारी मौजूद थे उनके जाने के बाद सार्वजनिक कार्यक्रम में खुले मंच से विवादित शपथ दिलवाई गई.
Reporter- Devender Singh