Bharatpur: जिले के कामां कस्बे में मरने के कगार पहुंचे एक गरीब परिवार ने उपखंड कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है. धरना देने वाले परिवार ने बीपीएल के राशन कार्ड को दोबारा शुरू करा कर सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने की मांग की है. कामां कस्बा निवासी श्यामवीर पुत्र चंदी सिंह ठाकुर ने बताया कि वर्ष 2003 में उसका राशन कार्ड बीपीएल श्रेणी में चयनित था, उसे राज्य सरकार द्वारा गरीबों को दी जाने वाली सुविधाओं का लाभ भी मिलता था. गरीबी के कारण धर्म परिवर्तन कर लिया था और अपना जीवन यापन भी दूसरे धर्म के अनुसार कर रहा था, 10 वर्ष बाद दोबारा अपने हिंदू धर्म में लौटने पर उसे अब बीपीएल श्रेणी का लाभ नहीं मिल रहा है.


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पीड़ित ने बताया कि वह बेहद गरीब श्रेणी का व्यक्ति है, उसके पास ना तो मकान है ना ही खाने की कोई व्यवस्था है. वह मेहनत मजदूरी कर अपने बच्चों का पालन पोषण करता है, उसकी पत्नी का भी स्वास्थ्य कमजोर होने के कारण उसकी इलाज के लिए भी पैसे नहीं है, तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं जिनकी परवरिश में भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पीड़ित श्यामवीर ने बताया कि पहले भी कई बार उपखंड अधिकारी से मिलकर उनको इस बारे में अवगत करा चुके हैं. मुख्यमंत्री, संभागीय आयुक्त, कलेक्टर को भी पत्र लिख चुके हैं, लेकिन उसका बीपीएल कार्ड अभी तक शुरू नहीं किया गया है. मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में पीड़ित ने चेतावनी भी दी थी कि अगर उसकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वह अपने परिवार सहित पांच अगस्त से उपखंड अधिकारी कार्यालय पर धरना देने के लिए मजबूर हो जाएगा. इतना सब होने के बावजूद भी प्रशासन ने पीड़ित परिवार की समस्या पर गौर नहीं किया और मजबूरन उसे धरना देने के लिए  एसडीएम कार्यालय के बाहर बैठना पड़ा.


Reporter - Devendra Singh


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