सांसद कोली के करीबी की हत्या के मामले में 10 आरोपियों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज
Bharatpur: सांसद रंजीता कोली के करीबी की हत्या के मामले में 10 आरोपियों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया गया है.
Bharatpur: भरतपुर में कल देर रात को घर जा रहे डीआरयूसीसी मेम्बर कृपाल जघीना की गोली मारकर हत्या के मामले में आज पुलिस ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया है. जिसके बाद उसका पैतृक गांव जघीना में अंतिम संस्कार हो गया है. इधर मृतक के छोटे भाई सतवीर ने अपने गांव जघीना के ही कुलदीप जघीना, कुंवरजीत जघीना, विजयपाल, टिंकू चाहर, कौशल हन्तरा, सुधांशु गौड़ सहित 10 लोगों को नामजद करते हुए भाई की हत्या का मामला दर्ज कराया है. वहीं एसपी श्याम सिंह ने मामला में जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की बात कही है.
वारदात से पहले बदमाशों ने की थी रेकी
डीआरयूसीसी मेम्बर कृपाल जघीना की हत्या से पहले वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों ने कृपाल की रैकी की थी . पुलिस को मिले सीसीटीवी फुटेज के आधार पर यह बात निकलकर सामने आई है कि बदमाशों ने कृपाल जघीना का सर्किट हाउस से निकलते ही बाइक व कार से रैकी की और फिर वारदात को अंजाम दिया. पुलिस सूत्रों के अनुसार मृतक कृपाल जघीना कल हिंडौन गया था. जहां वह हिंडौन सब जेल में बंद शेरा पहलवान से मिला था. शेरा पहलवान को 3 दिन पहले ही हिंडौन पुलिस ने अवैध हथियारों के साथ पकड़ा था. शेरा पहलवान सौंख जिला मथुरा का रहने वाला है. वह कृपाल जघीना के बेहद करीबी है. हिंडौन से लौटकर कृपाल भरतपुर से भाजपा सांसद रंजीता कोली से मिला था. जहां उन्होंने 5 सितंबर को सांसद के जन्मदिन को लेकर तैयारियों को लेकर चर्चा की, सांसद से मिलने के बाद कृपाल भरतपुर में शीशम चौराहे पर स्थित शेरा पहलवान के ऑफिस पर गया, और वहां से वह सर्किट हाउस आ गया. जिस कार से कृपाल हिंडौन गया था वह उसने छोड़ दी वह कार उसके किसी साथी की थी. सर्किट हाउस से कृपाल ने अपनी कार ली. इस दौरान कृपाल की रेकी हो रही थी.
कृपाल की कार का बदमाशों ने किया पीछा
मृतक कृपाल जघीना जब सर्किट हाउस से अपनी कार लेकर घर के लिए निकला तो पहले से ही बाइक लेकर उसकी रेकी कर रहे बदमाशों ने अपने साथियों को इस बात की जानकारी दे दी, बदमाशों ने अपनी कार कृपाल की कार के पीछे लगा दी. जैसे ही कृपाल जघीना गेट तक पहुंचा तो कार का पीछा कर रहे बदमाशों ने कृपाल की कार को पीछे से टक्कर मारी. इससे पहले कृपाल कुछ समझ पाता. कार सवार बदमाशों ने अपनी कार को कृपाल की कार के आगे लगा दिया और कार सवार बदमाश और बाइक सवार बदमाशों ने कृपाल पर गोलियां बरसाना शुरू कर दिया. जिससे उसकी मौके पर है मौत हो गई. कृपाल की कार पर करीब 14 राउंड फायरिंग की गई. कृपाल के शरीर में राइट साइड से तीन गोलियां गले, छाती और पेट में लगी जिससे कृपाल की मौके पर ही मौत हो गई.
ये था विवाद
मृतक कृपाल जघीना के भाई ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया है कि उसके भाई की उसके गांव के ही रहने वाले कुलदीप जघीना से अदावत और रंजिश थी. कुलदीप ने अपने 10 साथियों के साथ मिलकर उसके भाई की हत्या की है.
गौरतलब है कि कुलदीप जघीना ने कुछ दिनों पहले काली की बगीची स्थित खादी कॉलोनी में एक विवादित जमीन खरीदी थी. उस जमीन की कुलदीप ने बाउंड्री करवा ली थी, लेकिन शेरा पहलवान ने जमीन के एक काश्तकार मिलकर जमीन पर स्टे लगवा दिया.
इस बात से कुलदीप और उसके साथी जिन्होंने जमीन खरीदने में पैसा लगवाया वह स्टे लगने के बाद परेशान थे इस बात से कुलदीप जघीना ख़ासा नाराज था. इसी तरह से कुछ विवादित जमीनों के मामलों को लेकर दोनों पक्ष आमने सामने आ गए थे. कृपाल जघीना और शेरा पहलवान की आपस में नजदीकियां थीं. कृपाल जघीना ही उसका सरपरस्त था. इस बीच जब कुलदीप को पता चला की, शेरा पहलवान और कृपाल के कुछ साथी हथियार खरीदने की तैयारी कर रहे हैं. इसकी मुखबरी कुलदीप गैंग पर ही करने का आरोप लगा है. जिससे हिंडौन पुलिस ने शेरा पहलवान को अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार कर लिया. शेरा के गिरफ्तार होते ही, कुलदीप व उसके साथियों ने कृपाल की हत्या की साजिश रच डाली और कल रात पूरी प्लानिंग के साथ कृपाल को मौत के घाट उतार दिया गया.
कृपाल के फुफेरे भाई ने की आत्मदाह की कोशिश
भरतपुर के आरबीएम अस्पताल में भारी भीड़ और पुलिस बल के बीच मृतक कृपाल सिंह के फुफेरे भाई नदबई निवासी छुट्टन डॉन ने अपने ऊपर पेट्रोल छिड़क कर आत्मदाह का प्रयास किया. लेकिन वहां मौजूद पुलिस के जवानों ने छुट्टन डॉन के अपने ऊपर पेट्रोल के डालने के बाद आग लगाने से पहले ही उसे पकड़ लिया. छुट्टन डॉन कृपाल के हत्यारों को पकड़ने की मांग कर आत्मदाह रहा था.
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