Dholpur: राजस्थान के धौलपुर (Dholpur News) जिले के सैंपऊ उपखंड इलाके से रजोरा कला से बाला का नगला तक जाने वाली माइनर पानी के तेज बहाव से टूट गई. माइनर क्षतिग्रस्त होने से किसानों की करीब 40 बीघा सरसों और गेहूं की फसल पानी में डूबकर जलमग्न हो गई. किसान की गाढ़ी कमाई बर्बाद होते देख आक्रोश भड़क गया. किसानों ने माइनर पर ही एकत्रित होकर सिंचाई विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया. 


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जल संसाधन विभाग (Department of Water Resources) की लापरवाही से रविवार को उपखंड सैंपऊ के बाला का नगला गांव के पास माइनर का कच्चा डोला टूट गया. इससे किसानों की मेहनत पानी में जलमग्न हो गई. किसानों ने बताया कि शनिवार की दरमियानी रात माइनर में पानी का तेज बहाव आ गया. माइनर का कुछ हिस्सा सीमेंटेड है. उसके अलावा कुछ मिट्टी का कच्चा बना हुआ है. पानी का तेज बहाव होने पर कच्चा डोला टूट गया, जिससे सरसों और गेहूं की फसल जलमग्न हो गई.


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किसानों (Farmers) ने बताया कड़ी मेहनत कर फसल को इस मुकाम तक पहुंचाया था लेकिन जल संसाधन विभाग की लापरवाही की बदौलत कच्ची माइनर टूट गई. किसानों के मुताबिक करीब 40 बीघा फसल बर्बाद हुई है. आक्रोशित किसानों ने माइनर पर ही जल संसाधन विभाग के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया और जिला प्रशासन से पानी से बर्बाद हुई फसल के मुआवजे की मांग की है. 


जल संसाधन विभाग द्वारा रवि फसल की सिंचाई से पहले लहर और मानव का मेंटेनेंस नहीं कराया गया. इसके कारण उपखंड इलाके में जगह-जगह माइनरें क्षतिग्रस्त हो रही है. किसानों के अनुसार अगर पहले मेंटिनेंस का काम पूरा हो जाता तो यह नौबत नहीं आती. रविवार को हुए फसल खराबे को लेकर किसान भारी आक्रोशित हैं. किसान स्थानीय प्रशासन से मुआवजे की भी मांग कर रहे है.


Reporter- Bhanu Sharma