Bharatpur: पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने अपने विधानसभा क्षेत्र डीग कुम्हेर के विकास को लेकर सभी अधिकारियों की बैठक ली थी. इस दौरान मंत्री विश्वेंद्र सिंह का मैन फोकस बिजली, पानी और सड़क पर रहा. इन तीन मुद्दों को लेकर मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने अधिकारियों को जमकर लताड़ लगाते हुए कहा कि मई और जून में सबसे ज्यादा पानी और बिजली की समस्या आने वाली है. सड़कों के हालत भी बहुत खराब है. कोई अधिकारी कुछ कहता है कोई अधिकारी कुछ कहता है. अधिकारियों में कोई सामंजस्य नहीं है. अधिकारियों ने अभी तक पहले बजट की पालना नहीं की तो नए बजट की पालना किस तरह से की जाएगी.


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अगर अधिकारी जनता की सेवा नहीं करेंगे तो नोटिस दिए जाएंगे, एक्शन होगा और अगर ट्रांसफर करना पड़ा तो ट्रांसफर भी किया जाएगा. चाहे वह कोई भी विभाग हो और चंबल विभाग तो बिलकुल सोया बैठा है. कलेक्टर आलोक रंजन अपने हिसाब से सभी अधिकारियों को डील करेंगे. जनता को सभी सुविधाएं मिलेंगी जिसके लिए अधिकारियों को बदलना पड़ा तो अधिकारी भी बदले जाएंगे. जो भी अधिकारी अपने काम को ठीक से नहीं करेगा उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी. छोटे अधिकारी मंत्री और बड़े अधिकारियों का फोन नहीं उठाते तो वह जनता का क्या फोन उठाएंगे. मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने मीटिंग में बताया कि एक बार उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारी को फोन किया था, लेकिन उसने उनका फोन नहीं उठाया. जिसके बाद उन्होंने एक सरपंच को फोन कर बिजली अधिकारी के पास भेजा तब जाकर मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने बिजली विभाग के अधिकारी से बात की.


जलदाय विभाग के अफसर लगा रहे विभागीय योजनाओं को पलीता
कलेक्टर ने पेयजल के लिए समर कंटीजेंसी प्लान में एक माह पहले 40 लाख रुपये सैंक्शन कर दिये थे, लेकिन जलदाय विभाग अभी तक टेंडर नहीं कर दे पाया है. जिसके बाद कलेक्टर आलोक रंजन ने नाराज होते नजर आए. उन्होंने कि जब मई-जून ही निकल जायेगा तो फिर काहे की समर कंटीजेंसी. इलना ही नहीं कलेक्टर ने सैंक्शन निरस्त करने की धमकी भी दी. इसके बाद मंत्री के निर्देश पर एसई पीएचडी को चार्ज शीट के आदेश दिए गए. 


बैठक में कलेक्टर के सामने मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने कहा कि बिजली, पानी और सड़क महकमे के जेईएन, एईएन और एक्सईएन आमजन का फोन नहीं उठाते हैं. जिस पर कलेक्टर ने कहा कि यह कड़वा सच हैरान करने वाला है. अब फोन नहीं उठाने पर कार्यवाही होगी. जिसके बाद मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि सरपंचों से मैसेज कराते हैं तब भी नीचे के अफसर फोन नहीं उठाते हैं, सभी पर विभागीय कार्यवाही होगी. 


जेजेएम में पेयजल स्कीम की धीमी रफ्तार पर भी मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने जताई नाराजगी. उन्होंने कहा कि लोगों को गर्मी में पेयजल उपलब्ध नहीं होने पर जिले में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बिगड़ सकती है. विश्वेन्द्र सिंह ने कहा कि कलेक्टर ने टैंकर सैंक्शन कर दिए, लेकिन फिर भी जलदाय विभाग के अफसर पर्याप्त टैंकर नहीं चला पाए हैं. मनमाफिक तरीकों से दिए गए टेंडरों के बाद भी लोगो प्यासे नजर आ रहे हैं.


Report: Devendra Singh