Bharatpur : यूं तो पूर्वी राजस्थान की सियासत ERCP पर जमकर तल्ख है, लेकिन भाजपा की महिला सांसद पर हुए हमले ने इस सियासी पारे में गर्मी और बढ़ा दी है. मामला इसलिए भी गर्म है क्योंकि हमला पहली मर्तबा नहीं बल्कि चौथी बार हुआ है, वो भी तब जब भरतपुर सांसद रंजीता कोली को केंद्र की ओर से ''''वाई '''' केटेगरी की सुरक्षा दी हुई है. लिहाजा ऐसे में सवाल कई हैं. 


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कानून व्यवस्था के मामला में घिरी सूबे की सरकार अब इस मामले में केंद्र सरकार की सुरक्षा एजेंसी को ही जिम्मेदार ठहरा रही है. प्रदेश सरकार के पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने भरतपुर सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता कर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि, आखिर सांसद आधी रात को बिना पुलिस और प्रशासन को इत्तला दिए क्यों अपना रूट चेंज कर, आधी रात को निकल पड़ी एमपी ,जबकि उनको वाई प्लस कैटगरी की सुरक्षा प्राप्त है ?


सांसद रंजीता कोली पर हुए हमले को लेकर मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने प्रेस वार्ता की. प्रेस वार्ता में मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने कहा कि रंजीता कोली मेरी छोटी बहिन की तरह है और उन पर हुए हमले का मुझे दुख और अफसोस है. लेकिन ये उनकी सुरक्षा में चूक या फेलियर है, उस एजेंसी के लिये जो उनकी सुरक्षा का जिम्मा सम्भाल रही है.


मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने सवाल उठाते हुए कहा है कि ,जब सांसद पर हमला हुआ तो सुरक्षाबल क्या कर रहे थे. अगर राजस्थान पुलिस से ये लापरवाही होती तो अब तक कार्रवाई हो जाती, क्योंकि मामला केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी का है तो हम कार्यवाही नहीं कर सकते है.


मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने कहा है कि केंद्र सरकार का सुरक्षाबल अपने सांसद की भी सुरक्षा करने में सक्षम नहीं है, मेरी सांसद कोली से गुजारिश है कि वो राजस्थान पुलिस की सुरक्षा ले लें, इसके साथ ही मन्त्री सिंह ने एक नसीहत भी सांसद को दी है, कि वो रात में बिना पुलिस और प्रशासन को सूचना दिए सफर नहीं करें, वाईप्लस कैटगरी सुरक्षा में उनको लोकल पुलिस को भी विश्वास में रखना चाहिये, आप सांसद हो, आपको हर स्थान पर जाने का अधिकार  है, लेकिन विभागीय अधिकारियों को साथ लेकर कार्रवाई करनी चाहिए.


विश्वेन्द्र सिंह बोले जिन क्रशरों से खनन सामग्री लेकर ट्रक जा रहे थे ,वह वैध खनन क्षेत्र हैं. जिन ट्रकों पर टीपी रवन्ने नहीं थे, उन पर हमने कार्रवाई की है. अगर ट्रक ओवरलोड थे, तो सांसद को ट्रांसपोर्ट ऑफिसर को मौके पर साथ ले जाकर कार्रवाई करनी चाहिए थी.


मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि रात को आप धरने पर बैठी और सुबह 8 बजे आपने रिपोर्ट दी , कलक्टर एसपी 3 बजे से समझाइश करते रहे. ये सही नहीं है ,कामां सेंसटिव इलाका है और वहां पर इस तरह की घटनाओं से जातीय और साम्प्रदायिक संघर्ष की स्थिति पैदा हो सकती है. इसलिये सांसद को बचपना छोड़ना चाहिए और तुजर्बे से काम करना चाहिए. 


मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि पुलिस जल्द मामला का खुलासा करेगी ,सांसद पर पूर्व में हुए तीन हमलों पर मंत्री सिंह ने कहा कि पुलिस गहनता से जांच कर रही है. अगर मामले झूठे है तो उनमें एफआर लगाई जाएगी.


रिपोर्टर - देवेंद्र सिंह 


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