Mandalgarh News : राजस्थान के भीलवाड़ा के मांडलगढ़ में पीडब्ल्यूडी अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत से दो महीने पहले बनाई गई. करीब 5 करोड़ की लागत से नई सड़कें और नदी की पुलिया उधड़ने लगी हैं. सड़क निर्माण के दौरान तकनीकी अधिकारी की गैर मौजूदगी के चलते ठेकेदार ने घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया है, जिसको लेकर सड़कों की दुर्दशा हो गई हैं, सड़क पर वाहन चालकों ओर मुसाफिरों को परेशानी झेलनी पड़ रही हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस समस्या को लेकर ग्रामीणों ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया. लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों ने अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया है. मांडलगढ़ के महुआ और मानपुरा पंचायत क्षेत्र में बनी नई सड़कें और नदी की पुलिया पहली बारिश भी नहीं झेल पाई और क्षतिग्रस्त हो गई हैं.


सड़क निर्माण के बाद ठेकेदार ने पेचवर्क किया गया, वो भी उखड़ने लगा है. महुआ की अवली नदी की पुलिया पर बनी सीसी सड़क निर्माण के दो माह बाद उखड़ कर बह गई. जिससे पुलिया पर बड़े बड़े गड्ढे पड़ गए. क्षतिग्रस्त पुलिया पर वाहन ओर राहगीर जान जोखिम में डाल कर निकले को मजबूर है.


इस मामले को लेकर मांडलगढ़ PWD के सहायक अभियंता राम सहाय मीणा से नई सड़कों की दुर्दशा के बारे में ज़ी मीडिया संवाददाता ने बात की, लेकिन ये महाशय कैमरे पर जानकारी देने से बचते नजर आए. पीडब्ल्यूडी AEN रामसहाय मीणा ने तर्क दिया कि खराब हुई सड़कों की जानकारी बताने पर हमारे को ऊपर से नोटिस आते है.


इससे ये साबित होता हैं कि सड़कों के निर्माण में पीडब्ल्यूडी के बड़े अफसरों और ठेकेदारों ने जम कर भ्रष्टाचार किया है. आपको बता दें कि सड़क निर्माण के दौरान मौक़े पर लगाए गए विभागीय सूचना बोर्ड में भी आधी अधूरी जानकारी के साथ संवेदक ओर अधिकारियों नाम पते सहित मोबाइल नम्बर तक नहीं लिखे जाते है, ताकि कोई भी व्यक्ति भ्रष्टाचार और अनियमितता की शिकायत नहीं कर सके.


गौरतलब हैं कि राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गत माह में सड़कों के वर्चुअल लोकार्पण कार्यक्रम में सड़कों के निर्माण कार्य को गुणवत्ता पूर्वक करने के निर्देश PWD अधिकारियों को दिए थे, लेकिन मुख्यमंत्री के निर्देशों की मांडलगढ़ में धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, वहीं खराब सड़कों से आम जनता तकलीफ उठा रही हैं. 


रिपोर्टर- दिलशाद खान


विधानसभा चुनावों से पहले ज्योतिबा फुले बोर्ड का गठन, गहलोत सरकार की माली वोटर्स पर नजर