Bhilwara: रिश्वत मामले में सीआई के क्वार्टर पर पहुंची ACB, सरकारी आवास व अलवर स्थित मकान पर सर्च, जानें मामला
भीलवाड़ा जिले के जहाजपुर थाना प्रभारी सीआई दुलीचंद गुर्जर के क्वार्टर पर शनिवार को अचानक पहुंची भीलवाड़ा एसीबी टीम को देख हड़कंप मच गया, एसीबी मुख्यालय के आदेश से शनिवार को जहाजपुर थाना प्रभारी दूलीचंद गुर्जर के जहाजपुर स्थित सरकारी आवास और अलवर जिले में स्थित मकान पर सर्च किया.
Bhilwara News: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की भीलवाड़ा टीम ने एसीबी मुख्यालय के आदेश से शनिवार को जहाजपुर थाना प्रभारी दूलीचंद गुर्जर के जहाजपुर स्थित सरकारी आवास और अलवर जिले में स्थित मकान पर सर्च किया. एसीबी एएसपी ब्रजराज सिंह ने बताया की थाना प्रभारी दुलीचंद पर आरोप है कि करीब 6 माह पहले जहाजपुर के एक ट्रैक्टर मालिक कैलाश खटिक से बजरी वाहन नहीं पकड़ने की एवज में उनके पिता मक्खन लाल ने 2 लाख रुपये लिये थे.
रिश्वत की राशि कहीं और नहीं, बल्कि जहाजपुर थाना परिसर में स्थित बैरक में ली गई. इसे लेकर 3 अप्रैल 2023 को ट्रैक्टर मालिक ने एसीबी महानिदेशक को शिकायत के साथ ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग भी एसीबी को दी. इसमें थाना प्रभारी गुर्जर के पिता 500-500 रुपये का बंडल लेते दिखाई दे रहे हैं.
इस शिकायत पर थाना प्रभारी व उनके पिता के खिलाफ एसीबी ने रिश्वत की मांग का केस दर्ज कर लिया. एसीबी सीआई शिवलाल टेलर ने बताया कि जहाजपुर निवासी कैलाश पुत्र नाथुलाल खटीक ने एसीबी महानिदेशक को यह शिकायत दी. कैलाश खटीक ने शिकायत में बताया कि उसके 4 ट्रेक्टर बजरी में चलते हैं, जिनकी रायल्टी काटी जाती हैं. फिर भी जहाजपुर थाना अधिकारी दुलीचन्द गुर्जर व उसी थाने के सिपाही देशराज गुर्जर बेल्ट नं. 1706 उससे 5000 रूपये प्रति माह प्रति ट्रेक्टर के लेते हैं. चार ट्रैक्टरों की राशि 20 हजार रूपये बनती हैं. कैलाश खटीक ने आरोप लगाया कि आज से लगभग 9 माह पहले थाना अधिकारी ने उसे फोन कर बुलाया और कहा कि आप, 20 हजार रूपये प्रतिमाह आपके ट्रैक्टर चलाने के एवज में मुझे देते हो. अगर आप चाहे तो मुझे वन टाइम सेटलमेन्ट में 5 लाख रूपये दे दो तो मुझे प्रतिमाह बंधी देने की आवश्यकता नहीं हैं. आपके ट्रेक्टरों को मैं अथवा थाने का कोई भी पुलिसकर्मी नहीं रोकेंगे.
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि थाना अधिकारी ने उससे मांगी गई 5 लाख रूपये की एवज में राशि उनके पिता को देने के लिये कहा। थाना अधिकारी गुर्जर के पिता 14 सितंबर 2022 को थाना जहाजपुर में आये हुये थे. इस पर वह 14 सितंबर 2022 में थाना जहाजपुर में गया, तो ऊपर की बैरक में थाना अधिकारी दुलीचन्द गुर्जर के पिताजी खाना खा रहे थे। शिकायतकर्ता ने उनकों कहा कि मैं कैलाश खटीक हूं । तो उन्होंने कहा कि आओ बैठो. खाना खाने के बाद शिकायतकर्ता ने उनको 2 लाख रूपये दे दिये. ये राशि उन्होंने लेकर अपने पास रख ली और उन्होंने कहा कि इससे काम नहीं चलेगा. 5 लाख रूपये देने पडेंगे.
इस पर शिकायतकर्ता ने कहा कि 3,00,000/- रूपये की कही से व्यवस्था करता हूं. इसके पश्चात थाना अधिकारी के पिता ने कहा कि आप ट्रेक्टर निश्चित होकर चलावे. मेरा बेटा आपको कभी परेशान नहीं करेगा और कभी किसी प्रकार की समस्या हो तो मेरे को बताना. मैं, मेरे बेटे को कह दूंगा. शिकायत में बताया गया है कि घटना की पूरी विडियों रिकार्डिंग एवं ऑडियो रिकार्डिंग उसके पास में हैं.
शिकायतकर्ता ने शिकायत में बताया कि उसने थाना अधिकारी दुलीचन्द गुर्जर को रिश्वत के रूप में मांगे जा रहे 3 लाख रूपये नहीं देने के कारण 2 अप्रैल 2023 को सुबह लगभग आठ बजे रायल्टी नाका छाबडिया चौराहे पर पैसे जमा करवा कर चौधरी धर्मकांटे पर बजरी का वजन रवन्ना कटवाने जा रहा था, तभी सिपाही देशराज गुर्जर ने थाने के बाहर रूकवाया और कहा कि सीआई. साहब हनुमान नगर गये हैं.
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सीआई साहब ने मुझे कहा है कि कैलाश खटीक से तीन लाख रूपये ले लेना. नहीं दे तो ट्रेक्टर थाने में खड़ा करवा देना. उसके द्वारा तीन लाख रूपये नहीं देने पर ट्रेक्टर को थाने में खड़ा करवा दिया, जबकि बजरी लीज धारक द्वारा मेरे ट्रेक्टर की ऑन लाईन रवन्ना पर्चियां कटवाई जाती हैं उसका कोई भी ट्रेक्टर बिना रॉयल्टी नहीं चलता हैं.
महानिदेशक, एसीबी को दी गई इस शिकायत पर एसीबी ने थानाप्रभारी व उनके पिता के खिलाफ केस दर्ज कर लिया. इसी को लेकर आज एएसपी बृजराज सिंह चारण, उपाधीक्षक शिवप्रकाश टेलर मय टीम के जहाजपुर थाने पहुंचे और सीआई गुर्जर के सरकारी आवास पर सर्च कर जांच-पड़ताल की. उपाधीक्षक टेलर ने बताया कि एक अन्य टीम सीआई गुर्जर के अलवर जिले के गोविंदगढ़ थाना इलाके में स्थित आवास पर सर्च किया है.