Bhilwara news: राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में मांडलगढ़ में पीडब्ल्यूडी (PWD) अधिकारियों ओर ठेकेदारों की मिलीभगत से करीब 27 करोड़ की लागत से मानपुरा से जलिन्द्री मार्ग पर बनी नई सड़क उखड़ गई, और गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं. सड़क निर्माण के दौरान तकनीकी अधिकारी की गैर मौजूदगी के चलते ठेकेदार ने घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया है, जिसको लेकर सड़कों की दुर्दशा हो गई हैं, सड़क पर वाहन चालकों ओर मुसाफिरों को परेशानी झेलनी पड़ रही हैं. इस समस्या को लेकर ग्रामीणों ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया.लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों ने अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया है. मानपुरा,महुआ तक 5 करोड़ ओर महुआ से जलिन्द्री मार्ग पर 22 करोड़ की नई सड़क में ठेकेदार ने घटिया निर्माण सामग्री लगाई हैं.


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जिससे सड़क पहली बारिश भी नहीं झेल पाई और क्षतिग्रस्त हो गई हैं, सड़क निर्माण के बाद ठेकेदार द्वारा पेचवर्क भी घटिया किया गया वो भी उखड़ने लगा है. सड़क पर बड़े गड्ढे पड़ गए वहीं ग्रेवल के साथ गिट्टी निकल गई गई. इस क्षतिग्रस्त सड़क पर वाहन चालक ओर राहगीर जान जोखिम में डाल कर निकले को मजबूर है. वहीं आए दिन हादसों के शिकार हो रहे हैं, इस मामले को लेकर मांडलगढ़ PWD के अफसरों से नई सड़कों की दुर्दशा के बारे में ज़ी मीडिया ने बात की, तो पल्ला झाड़ते हुए कैमरे पर जानकारी देने से बचते नजर आए. इससे यह साबित होता हैं कि सड़कों के निर्माण में पीडब्ल्यूडी के बड़े अफसरों ओर ठेकेदारों ने जम कर भृष्टाचार किया है.


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आपको बता दें कि सड़क निर्माण के दौरान मौक़े पर लगाए गए विभागीय सूचना बोर्ड में भी आधी अधूरी जानकारी के साथ संवेदक ओर अधिकारियों नाम पते सहित मोबाइल नम्बर तक नहीं लिखे जाते है, ताकि कोई भी व्यक्ति भृष्टाचार ओर अनियमितता की शिकायत नहीं कर सके. गौरतलब हैं कि राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सड़कों के एक वर्चुअल लोकार्पण कार्यक्रम में सड़कों के निर्माण कार्य को गुणवत्ता पूर्वक करने के निर्देश PWD अधिकारियों को दिए थे,लेकिन मुख्यमंत्री के निर्देशों की मांडलगढ़ में धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, वहीं खराब सड़कों से आम जनता तकलीफ उठा रही हैं.