Rajasthan News: ज्येष्ठ माह की शुरुआत से ही तापमान में बढ़ोतरी से घरों में कूलर, पंखे व एसी चल रही है. इसी तरह ठाकुरजी की भी शीतल सेवा आरंभ होगी. एक महीने तक सांगानेरी गेट स्थित दूधाधारी गोपाल मंदिर में ब्रज की तर्ज पर ठाकुरजी खसखस के बंगले में विराजेंगे. गंगा दशहरा पर नौका विहार तथा निर्जला एकादशी पर जल विहार करेंगे. ठंडक के लिए ठाकुरजी को मलमल की पोशाक धारण कराई जाएगी. वहीं, ठंडाई का भोग लगाया जाएगा. शीतल जल के लिए मिट्टी से बनी सुराही में पानी भरकर रखा जाएगा. 


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खसखस के बंगले में विराजेंगे ठाकुरजी
ग्रीष्म ऋतु के भाव से ज्येष्ठ माह में ठाकुरजी की सेवा-चाकरी होगी. गर्मी से शीतलता देने के लिए ठंडक के तमाम इंतजाम किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में परिसर में खसखस का बंगला बनाया है, जिसमें ठाकुरजी व राधा रानी विराजित रहेंगे. मलमल की पोशाक धारण करा गले में मोतियों की माला व मुकुट धारण कराया जाएगा. सुबह-शाम महाआरती के बाद भक्तों को प्रसाद वितरित किया जाएगा. ठाकुरजी की शीतल सेवा के लिए पुजारी कल्याण शर्मा के नेतृत्व में श्रद्धालु खसखस का बंगला बना उसे सजाने में लगे हैं.


ठाकुरजी को शीतलता प्रदान करने के लिए विशेष इंतजाम 
मंदिर पुजारी पंडित कल्याण राय ने बताया कि खसखस के बंगले में विराजित ठाकुरजी को गर्मी में शीतलता प्रदान करने के लिए भोग भी फलों के साथ ही शीतल पकवानों का लगाया जाएगा. इनमें श्रीखंड, तरबूज, खरबूज, आम आदि के साथ ही ठंडाई व शरबत शामिल है. गर्मी में पूरी पोशाक के बजाय अंगरखी धारण कराई जाएगी. मोगरे की कलियों से श्रृंगार के कारण भक्तों को भगवान के दर्शन भी आसानी से हो सकेंगे. पूरे महीने आने वाले विशेष दिनों जैसे गंगा दशहरा, निर्जला एकादशी आदि पर मंदिर पर विद्युत के साथ ही फूलों से विशेष सजावट की जाएगी. इस विशेष आयोजन के दर्शनार्थ शहर के साथ विभिन्न कॉलोनियों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु दूधाधारी गोपाल मंदिर पहुंचते हैं. 


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